मुंबई: शिवसेना के मुखपत्र सामना में ‘महाराष्ट्र के फेमिली डॉक्टर’ शीर्षक के तरह प्रकाशित संपादकीय में उद्धव ठाकरे को कोविडोलॉजिस्ट कहा गया है। जी दरअसल इसमें लिखा गया है कि, ''उद्धव ठाकरे संभवत: देश के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने कोविड-19 संकट का विस्तार से अध्ययन किया है। केंद्र सरकार जो प्रयास अब करना चाह रही है वह महाराष्ट्र पहले ही शुरू कर चुका है। महाराष्ट्र संभावित कोरोना की तीसरी लहर से भी निपटने के लिए तैयार हो रहा है।'' इसी के साथ इसमें लिखा गया है, ''मुंबई में संक्रमण दर 8 फीसदी से कम हो गया है। उद्धव ठाकरे ने व्यर्थ राजनीति को लॉकडाउन करके अपना पूरा ध्यान कोरोना निवारण पर ही केंद्रित कर दिया है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाराष्ट्र की पीठ थपथपाने के मोह त्याग नहीं पाए। अब तो उद्धव ठाकरे मानो कोविडोलॉजिस्ट ही बन गए हैं और महाराष्ट्र की जनता के फेमिली डॉक्टर बनकर जी जान से कार्य कर रहे हैं।'' जी दरअसल शिवसेना के मुखपत्र में यह लिखा गया है कि, 'पूरे विश्व की मीडिया में हिंदुस्तान में लगे लाशों के ढेर, श्मशान और कब्रिस्तान में अफरा-तफरी की खबरें और मन को झकझोरने वाली तस्वीरें प्रतिदिन प्रकाशित हो रही हैं। लेकिन उसमें महाराष्ट्र नजर नहीं आता। इसका श्रेय अगर मुख्यमंत्री ठाकरे को नहीं दिया जाए तो किसे दिया जाए।' इसके अलावा संपादकीय में यह भी कहा गया है कि 'उद्धव ठाकरे ने कोविड-19 से निपटने के लिए युद्ध की रणनीति के तहत योजना बनाई और उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि महाराष्ट्र खतरे के निशान को पार न कर पाए।' एक दिन में 'कोरोना' से कभी नहीं हुई थी इतनी मौतें, पिछले 24 घंटों में टूटे सभी रिकॉर्ड सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला- आरोपी की सहूलियत के आधार पर मुकदमा ट्रांसफर नहीं कर सकते अपने निधन की अफवाह पर भड़के मुकेश खन्ना, कहा- 'पता नहीं कि किन लोगों ने...'