पटना: बिहार चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद से नीतीश का नाम CM पद के लिए आ रहा है। खबरों के मुताबिक वह 16 नवम्बर को शपथ ले सकते हैं। वैसे इस समय शिवसेना नीतीश कुमार पर जमकर तंज कस रही है। हाल ही में शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कुछ ऐसा लिखा है जो चर्चाओं में आ गया है। जी दरअसल सामना में लिखा गया है, 'नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री का पद मिल सकता है, लेकिन उन्हें भाजपा के निर्देशों के तहत काम करना होगा। भाजपा और राजद वैचारिक रूप से दो अलग-अलग दल हैं। इन्हें राज्य में सर्वाधिक वोट हासिल हुए हैं। जदयू ने लोगों को खारिज कर दिया है।' इसके अलावा संपादकीय में यह भी लिखा गया है कि, 'नीतीश कुमार को राज्य का सीएम बनाना मतदाताओं के लिए अपमान जैसा होगा। यह समारोह एक पहलवान को पदक दिलाने के लिए होगा जो लड़ाई हार गया हो। मैंने सुना कि भाजपा नेता टीवी पर कह रहे हैं कि केवल नीतीश बाबू ही मुख्यमंत्री होंगे। इसके लिए नीतीश बाबू को शिवसेना का शुक्रिया अदा करना चाहिए। वादा खिलाफी बिहार में नहीं होगी, क्योंकि शिवसेना ने महाराष्ट्र में दिखा दिया था कि अगर अपने कथन पर नहीं टिका जाता तो क्या हो सकता है।' इसी के साथ सामना में राजद नेता तेजस्वी यादव के लिए लिखा गया है कि, 'तेजस्वी को कुछ समय के लिए इंतजार करना चाहिए क्योंकि बिहार में भविष्य उनका ही है। भाजपा ने भले ही नंबर गेम जीत लिया हो, लेकिन असली विजेता 31 वर्षीय तेजस्वी यादव ही हैं।' इसके अलावा भी सामना में बहुत कुछ ऐसा लिखा है जो इस समय चर्चाओं में छाया हुआ है। नौकरीपेशा लोगों को दिवाली गिफ्ट दे सकती है सरकार, 12:30 बजे प्रेस वार्ता करेंगी निर्मला सीतारमण शिवसेना को बिहार में नोटा से कम वोट मिलने पर बोले संजय निरूपम- 'मुंह बंद रखें' केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दी कोरोना संक्रमण को मात