मुंबई: पूरे देश में इस समय उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से लाने वाले जनसंख्या नियंत्रण विधेयक-2021 नीती के बारे में बात हो रही हैं। देखते ही देखते इस पर बहस छिड़ते हुए दिखाई दे रही है। अब तक इसे लेकर कई मंत्रियों के बयान सामने आए हैं। अब इसी बीच शिवसेना का बयान सामने आया है। लेकिन शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने इस बिल की आलोचना ना करते हुए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'हम पहले उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के प्रभावों की प्रतीक्षा और विश्लेषण करेंगे। फिर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा या बहस करेंगे। इसे सिर्फ इसलिए पेश नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि चुनाव नजदीक हैं। यूपी और बिहार में बढ़ती आबादी अन्य राज्यों को भी प्रभावित करती है।' आपको बता दें कि सबसे पहले योगी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पर नीतीश कुमार ने बयान देते हुए कहा था कि, 'कुछ लोगों का सोचना है कि सिर्फ कानून बनाने से जनसंख्या काबू हो जाएगी तो सबकी अपनी अपनी सोच है। कोई राज्य कुछ करना चाहे तो करें, इस पर मुझे कुछ भी नहीं कहना। मेरा मानना है कि अगर घर की महिला पढ़ी-लिखी होगी तो जनसंख्या खुद नियंत्रित हो जाएगी।' आप सभी को बता दें कि जल्द ही योगी सरकार उत्तर प्रदेश में जनसंख्या कानून बनाने जा रही है, और इसके तहत 2 बच्चों के अधिक वाले माता-पिता को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। केवल यही नहीं बल्कि वो चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे।इसके अलावा वह कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं उठा पाएंगे। वहीँ 2 बच्चों वाले पिता को सरकारी नौकरी, फ्री बिजली-पानी बिल, मुफ्त शिक्षा सहित सस्ते घरों जैसे कई फायदे मिलेंगे। कोरोना संक्रमण के बीच भूकंप के झटकों ने बढ़ाई समस्यां, फिर डोली कच्छ की धरती BJP को वोट देकर ब्राह्मण पछता रहे हैं: बसपा सुप्रीमो मायावती विपक्ष पर भड़के संबित पात्रा, कहा- 'न्यूज क्लिक पोर्टल खास एजेंडे के तहत काम कर रहा है'