बुधवार को शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में राम मंदिर को लेकर न्यूज प्रकाशित की है. जिसमें उन्होने राम मंदिर को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. सामना के संपादकीय में बताया गया है कि डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने राम मंदिर का श्रेय पीवी नरसिंह राव और राजीव गांधी को दिया है. वह पीएम नरेंद्र मोदी को राम मंदिर का श्रेय देने को तैयार नहीं हैं. किन्तु पीएम मोदी के कार्यकाल में ही न्यायालयीय दांव-पेंच से राम मंदिर का केस सुलझा और आज यह स्वर्णिम पल आ चुका है. इसे स्वीकार करना ही पड़ेगा. ऐसा न होता तो राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने वाले प्रमुख न्यायाधीश रंजन गोगोई सेवानिवृत्ति होने के पश्चात राज्यसभा का सदस्य नहीं बने होते. सुशांत के लिए न्याय मांग रहे अनुपम, वीडियो शेयर कर कही यह बात बता दे कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में बताया है कि बाबरी का दहन हुआ. उसे ध्वस्त करने वाले शिवसैनिकों पर हमें गर्व है! इस एक गर्जना से बालासाहेब ठाकरे हिंदू हृदय सम्राट के रूप में करोड़ों हिंदुओं के दिल के राजा बन गए थे. सभी के त्याग, संघर्ष, रक्त और बलिदान से आज का राम मंदिर अयोध्या में निर्मित हो पाया है. रामलला को देखते ही PM मोदी ने किया साष्टांग दंडवत, देखिये तस्वीरें इसके अलावा सामना ने संपादकीय में बताया गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर के लिए पहली कुदाल चलाएंगे. उस माटी में कारसेवकों के त्याग की सुगंध है. जिसे नजरअंदाज करने वाले रामद्रोही साबित होंगे. बाबरी के पतन से संघर्ष समाप्त हो गया. राम मंदिर भूमि पूजन से इस मुद्दे की राजनीति भी हमेशा के लिए समाप्त हो. श्रीराम की यही इच्छा होगी! संपूर्ण भारत आज एक ही सुर में आवाज लगा रहा है. जय श्रीराम! जय श्रीराम!! आज होगी तेलंगाना मंत्रिमंडल की बैठक, इन विषयों पर हो सकती है चर्चा रामजन्म भूमि : पीएम मोदी ने फॉलो किए कोरोना नियम, नहीं लिया प्रसाद और नहीं लगाया टीका CPL : ये हैं 6 टीमें, जानिए कौन-कौन से खिलाड़ी होंगे शामिल