मुम्बई : महाराष्ट्र की बीजेपी और शिवसेना की साझी सरकार में सास-बहू सी नोंक झोंक चलती रहती है. मौका मिलते ही दोनों दल एक दूसरे की आलोचना करने का मौका नहीं चूकते. इस बीच शिवसेना ने यूपी की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी किसानों की कर्ज माफ़ी की मांग की है. शिवसेना चाहती है कि दीवाली के पूर्व किसानों कि कर्ज माफ़ी हो. गौरतलब है कि शिवसेना उत्तरप्रदेश का हवाला देते हुए कह रही है कि योगी सरकार को कर्ज माफ़ी के लिए 63 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी. वहीं फडणवीस सरकार को ऐसा करने के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की ही जरूरत होगी. शिव सेना का कहना है कि महाराष्ट्र समेत देश भर के किसानों को लेकर जो संभ्रम बना हुआ है. इसे तत्काल प्रभाव से खत्म किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार की आलोचना करते हुए शिवसेना ने आरोप लगाया कि फडणवीस सरकार स्थायी समाधान के बजाय अल्पमत में रहने वाली सरकार के बचाव में लगी है. इस मुद्दे पर कोर कमेंटी की बैठक आयोजित करा कर मध्यावधि चुनाव की बात कही जा रही है. बीजेपी को सिर्फ खुद की राजनीति की चिंता छोड़कर फडणवीस सरकार का इस प्रक्रम से बाहर निकलना ही किसानों के लिए हितकारी साबित होगा. यह भी देखें शिवसेना MP गायकवाड़ के मामले में एरइंडिया की क्रू मेंबर का बयान-पूरी फ्लाइट में नार्मल रहे एअर इंडिया रद्द किया टिकट तो ट्रैन से दिल्ली पहुंचे रवींद्र गायकवाड़