मुंबई: आज मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। जी हाँ, आज गुरू नानक देव के प्रकाश पर्व के मौके पर PM मोदी ने देश को संबोधित किया और इस संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, 'किसानों के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। शायद हमारी तपस्या में कमी रही। भले ही किसानों का एक वर्ग इसका विरोध कर रहा था। हमने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है।' अब मोदी सरकार के इस कदम पर कई नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। अब इसी लिस्ट में नाम शामिल हुआ है शिवसेना नेता संजय राउत का। उन्होंने राकेश टिकैत को समझाइश दी है। उन्होंने कहा कि, 'उन्हें पीएम मोदी की बात पर भरोसा करना चाहिए।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, 'किसान इस देश का अन्नदाता है। आप उनके साथ इस तरह से बर्ताव नहीं कर सकते हैं। पीएम मोदी ने हमारी बात मान ली है। मैं उनका स्वागत और अभिनंदन करता हूं।' आगे संजय राउत ने यह भी कहा, 'विपक्षी दलों की इस मुद्दे पर जो एकता रही है, वह आने वाले दिनों में गुल खिलाएगी। लखीमपुर खीरी में कुचल दिया गया और हरियाणा में गोली चलाई गई। लेकिन किसान डटे रहे और अब सरकार को पीछे हटना पड़ा है।' वहीं राकेश टिकैत के अब भी आंदोलन जारी रखने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान पर विश्वास करना चाहिए। वापसी की बात तो अब औपचारिकता ही रह गई है।' पंजाब चुनाव में भाजपा-कैप्टन एकसाथ, कृषि कानून वापस होते ही अमरिंदर ने किया ऐलान कृषि कानून वापस होते ही 'धारा 370' हटाने के लिए उठने लगी मांग, क्या फिर होगा आंदोलन ? कृषि कानून वापस लेने के फैसले को कंगना ने बताया शर्मनाक