मुंबई: महाराष्ट्र में शवसेना और राज्यपाल के बीच खींचतान अब भी जारी ही है। जी दरअसल बीते दिनों ही महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल से संजय राठौड़ ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा देने के बाद शिवसेना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ की है। जी हाँ और इसी के साथ ही पार्टी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से आग्रह किया कि 'वे विधान परिषद के लिए अपने कोटे से 12 सदस्यों को नामित कर 'राज धर्म' का पालन करें।' आप सभी को पता ही होगा कि पुणे में एक युवती द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने के बाद लगातार राजीनीति जारी है। बीते दिनों ही शिवसेना विधायक राठौड़ ने इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में अब पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना ने कोश्यारी को 'भाजपा द्वारा नियुक्त' राज्यपाल करार दिया है। इसी के साथ राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद के 12 सदस्यों को नामित करने का फैसले लेने में देरी करने का आरोप लगाया। सामना में लिखा गया है, 'ये संविधान के खिलाफ है। पार्टी ने कहा, 'महा विकास आघाडी सरकार के हाथ में वास्तविक नियंत्रण है। हमारा कहना है कि मुख्यमंत्री ठाकरे इसके कारण ही अपने ‘राज धर्म’ का पालन कर रहे हैं।' इसी के साथ शिवसेना ने सामना में कहा है, 'विपक्षी दल बीजेपी के पास भी ‘राज धर्म’ निभाने की जिम्मेदारी है। पार्टी ने कहा, 'भाजपा द्वारा नियुक्त राज्यपाल के पास अधिक जिम्मेदारी है। राज्यपाल अपने कोटे से 12 एमएलसी नामित नहीं कर रहे हैं इसका अर्थ ये है कि वह राज धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं' वहीं सामना में शिवसेना ने यह आरोप लगाया कि, 'पुणे में 23 वर्षीय युवती की मौत पर भाजपा राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेता, दादरा और नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर की मौत पर संवेदनहीन हैं।' मुरादाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक, 2 दिनों में 85 लोगों को काटा युवराज सिंह के विवादित ट्वीट पर गौतम गंभीर ने पलटवार कर कही ये बात लुटेरों ने अहमदाबाद-यशवंतपुर एक्‍सप्रेस में की लूटपाट, शरीर पर लगाकर आए थे तेल