लखनऊ: बदायूं के ककराला कस्बे के उर्स में शामिल होने आये अखिलेश यादव से नाराज चल रहे उनके चाचा और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने फिर एक बारअखिलेश को सलाह दी है की पार्टी में सभी को सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है. शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी नेता धर्मेंद्र मेरे साथ रहे, इनकी पढ़ाई लिखाई मैने कराई. इनकी और इनके परिवार की शादियां भी मैने कराईं हैं. धर्मेंद्र के पिताजी मेरे बड़े भाई हैं और आज भी मेरे साथ हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व को कार्यकर्ताओं को सही ट्रेनिंग देनी चाहिए. अगर ट्रेनिंग सही होती तो आज सपा अकेले बीजेपी का विकल्प होती और अखिलेश प्रदेश के दोबारा सीएम होते, बिहार में भी सपा गठबंधन की सरकार होती. यह गलतियां नहीं होनी चाहिए थी. बसपा से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्णय पर में कोई कमेंट नहीं करूंगा. शिवपाल यादव ने पार्टी में हाशिए पर होने के सवाल पर कहा, हाशिए पर मैं तब जाता जब मेरे साथ पब्लिक न होती. पार्टी का कार्यकर्ता उनके साथ है, बिना सूचना के लोग इकट्ठे हो जाते हैं और उन्हें बुलाते हैं. पार्टी कार्यकर्ता उनको बुलाकर खुश होता है और कार्यकर्ता की खुशी में मुझे भी खुशी मिलती है. कश्मीर पर गुलाम नबी आजाद और सैफुद्दीन सोज़ के बयान पर उन्होंने कहा कि कश्मीर एक राष्ट्रीय समस्या है और इस पर राष्ट्रीय नेतृत्व की कुछ कह सकता है, मेरा टिप्पणी करना उचित नहीं है. गौरतलब है कि अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव का सियासी कलेश जगजाहिर हुआ था तब से लेकर अब तक तीनो के बीच दरार कायम है. अमर सिंह ने साधा कांग्रेस और सपा पर निशाना अखिलेश ने 'बड़ों' की बात मानी होती तो फिर बनते मुख्यमंत्री- शिवपाल यादव अखिलेश ने कहा, योगी उद्घाटन का ही उद्घाटन करने वाले सीएम