भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद कि शपथ लेते ही कमलनाथ ने कहा था कि वे 70 प्रतिशत रोजगार मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए आरक्षित करेंगे और साथ ही ऐसे उद्योग-धंधे को छूट देंगे जो मध्य प्रदेश के युवाओं को 70 प्रतिशत रोजगार देगी. कमलनाथ के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनपर विभाजन की राजनीति करने का आरोप लगाया है. वहीं अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ को आड़े हाथों लिया है. एनडीए से अलग हो जाएं छोटे राजनितिक दल, नहीं तो भाजपा बर्बाद कर देगी- उपेंद्र कुशवाह शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'मध्यप्रदेश में ना कोई इधर का हैं, ना कोई उधर का है, मध्यप्रदेश में जो भी आता हैं, यहां का हो कर ही बस जाता है. प्रदेश को हिंदुस्तान का दिल ऐसे ही नहीं कहते. क्यों ठीक कहा ना?' उल्लेखनीय है कि शिवराज से पहले, कल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कमलनाथ के बयान पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. अखिलेश मायावती ने किया ऐसा ऐलान, जो उड़ा देगा राहुल गाँधी की नींद वहीं यूपी-बिहार के कई जिलों में कमलनाथ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए थे. दरअसल, कमलनाथ ने अपने बयान में ये भी कहा था कि उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों से जो लोग मध्य प्रदेश आते हैं उनके कारण स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिल पाती है, इसलिए मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के मद्देनज़र मैंने इससे संबंधित फाइल को स्वीकृति दे दी है. खबरें और भी:- इतने अरब का होगा गूगल का नया ऑफिस बिजली बिल माफ़ करने का ऐलान करके घिरी गुजरात सरकार, चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस वसुंधरा से शिकस्त झेलने के बाद अब लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाएंगे मानवेन्द्र सिंह