भोपाल : सिमी आतंकियों के एनकाउंटर के मामले में भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई हो लेकिन वे जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं से नाराज भी है। बुधवार को सेन्ट्रल जेल पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान ने जेल अधिकारियों से यह पूछा है कि आखिर सिमी आतंकी ऐसे कैसे दीवार फांदकर फरार हो गये थे। गौरतलब है कि बीते दो दिनों पहले ही जेल से फरार आठ सिमी आतंकियों का एनकाउंटर कर दिया गया था, लेकिन आतंकियों की फरारी के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो गये है। बुधवार की सुबह मुख्यमंत्री शिवराज ने अचानक जेल में पहुंचकर, सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी हांसिल की। उनके साथ मुख्य सचिव बीपी सिंह, डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ला और अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने मौजूद जेल अधिकारियों से यह पूछा था कि आतंकी यदि भागे थे तो क्या इसकी भनक जेल कर्मियों को नहीं लगी थी। मुख्यमंत्री चौहान ने जेल के एक-एक कोने को देखा और सुरक्षा व्यवस्थाओं को देखा। वे जेल की सुरक्षा इंतजामों से नाराज भी दिखाई दिये और उन्होंने निर्देश दिये कि आगे से ऐसी कोई गड़बड़ी न होने पाये। जानकारी के अनुसार मंगलवार को भी एनआईए की टीम ने जेल का दौरा किया था और जेल कर्मियों से पूछताछ की गई। बताया गया है कि सिमी आतंकियों ने जेल की 28 फीट से उंची दीवार को फांदा था। बावजूद इसके ड्यूटी पर मौजूद जेल कर्मचारियों को भनक तक नहीं लग सकी। जेल से फरारी के बाद जेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने सर्च अभियान भी चलाया था। इधर यह भी जानकारी मिली है कि जेल में बंद आतंकियों ने अपनी मांगों को लेकर भूखहड़ताल भी कर दी है।