भोपाल: सुप्रीम कोर्ट द्वारा मध्यप्रदेश में बच्चियों से दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामलों पर संज्ञान लिए जाने पर मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शीर्ष अदालत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को धन्यवाद दिया है. शिवराज सिंह ने इसे स्वागतयोग्य कदम बताया है. उन्होंने लिखा है कि मध्यप्रदेश में 12 वर्ष तक की बच्चियों से बलात्कार और हत्या के मामलों में फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है और अब तक ऐसे 27 अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है. शिवराज सिंह ने आगे लिखा है कि सजा सुनाए जाने के बाद भी हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति महोदय के सामने क्षमा याचिका की लंबी प्रक्रिया की वजह से दरिंदों को फांसी नहीं दी जा सकी है. शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि इसके कारण इन अपराधियों में जो भय होना चाहिए, वह पैदा नहीं हो पा रहा है. ऐसे अपराधों पर रोक के लिए यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय में ऐसे मामलों की तेजी से सुनवाई हो और एक समय सीमा में इन प्रकरणों का निपटारा किया जाए. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शिवराज सिंह चौहान ने आगे लिखा है कि प्रदेश में एक गैर राजनीतिक अभियान ‘बेटी बचाओ’ चल रहा है और जनता की मांग है कि ऐसे दरिंदों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. ऐसे दरिंदों को जल्द सजा मिल सके, प्रदेश की जनता आपसे यही आशा रखती है. मुकुल रॉय का दावा, कहा - बंगाल के 107 विधायक होंगे भाजपा में शामिल सीएम केजरीवाल ने बुजुर्गों के लिए शुरू की तीर्थ यात्रा योजना, पहला जत्था हुआ रवाना सफाई अभियान के दौरान बेहोश हुईं सीएम अमरिंदर की पत्नी, डॉक्टरों ने दी ये सलाह