मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृहमंत्री अनिल देशमुख पर यह इल्जाम लगाया था कि उन्होंने सचिन वाजे समेत अन्य पुलिस अधिकारियों को रेस्टॉरेंट्स और बार से प्रति माह 100 करोड़ की वसूली करने का लक्ष्य दिया है. इसके जवाब में अब विपक्ष हमलावर हो गया है. नारायण राणे समेत कई नेता राज्य में कानून व्यवस्था खत्म होने का आरोप लगाकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं. राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रयास करने वालों पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने आज करारा हमला किया है. संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो लोग केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा लेकर सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे मैं यह कहना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में यदि ऐसा प्रयास हुआ तो जो आग लगेगी उस आग में आप भी जल जाएंगे. बल्कि केंद्र सरकार को ही बर्खास्त किया जाना चाहिए. इसके बाद हम विपक्ष के आरोपों का उत्तर भी नहीं देंगे. वहीं, केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने मीडिया से बात करते हुए संजय राऊत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नैतिकता के आधार पर अनिल देशमुख को त्यागपत्र दे देना चाहिए. बल्कि उन्हें अब तक तो दे भी देना चाहिए था. राज्य में कानून व्यवस्था रह नहीं गई है. मैं राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की अपनी मांग को दोहराता हूं. इजरायली सैनिकों ने लेबनान के तीन लोगों को किया गिरफ्तार मिथुन ने कोलकाता से बनवाया नया वोटर आईडी, भाजपा की टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव इजरायल ने कोरोना के कारण रद्द की कई उड़ाने