मुंबई: शिवसेना के मुखपत्र सामना में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद छपे संपादकीय में इशारों इशारों में भाजपा को उसकी कम हुई शक्ति का एहसास कराया गया है। शिवसेना ने इन नतीजों को हैरान करने वाला बताया है। संपादकीय में जहां भाजपा की आलोचना की गई है वहीं प्रदेश में एनसीपी और कांग्रेस की बढ़ती ताकत का भी उल्लेख किया गया है। शिवसेना ने कहा है कि महाराष्ट्र की आवाम का रुझान सीधा और साफ है। अति नहीं, उन्माद नहीं वर्ना समाप्त हो जाओगे, ऐसा जनादेश ‘ईवीएम’ की मशीन से बाहर आया है। ‘ईवीएम’ से केवल कमल ही बाहर आएंगे, ऐसा आत्मविश्वास सीएम फडणवीस को अंतिम क्षण तक था किन्तु 164 में से 63 सीटों पर कमल नहीं खिला। पूरे महाराष्ट्र के परिणामों को देखें तो शिवसेना-भाजपा युति को सरकार बनाने योग्य बहुमत मिल चुका है। संपादकीय में कहा गया है कि, ‘आंकड़ों’ का खेल संसदीय लोकतंत्र में चलता रहता है। ‘युति’ का आंकड़ा साफ़ बहुमत का है। शिवसेना और भाजपा को एक साथ लगभग 160 का आंकड़ा आया है। महाराष्ट्र की जनता ने निश्चित करके ही ये परिणाम दिए हैं। फिर इसे महाजनादेश कहो, या कुछ और। यह जनादेश है महाजनादेश नहीं, इसे स्वीकार करना पड़ेगा।' आपको बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है। हरियाणा में भाजपा बना सकती है सरकार, दुष्यंत चौटाला से मिले अमित शाह हरियाणा में अमित शाह का सरकार बनाने का दावा, पर दुष्यंत चौटाला के हाँथ में चाबी महाराष्ट्र CM पद पर फंसा पेंच, नतीजे आते ही दिखे शिवसेना ने उखड़े राग