मुंबई: शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच के मामले को CBI को देने को लेकर सवाल उठाए हैं। सामना के संपादकीय में लिखा है कि 'CBI’ एक केंद्रीय जांच एजेंसी है, किन्तु वो स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है. ये कई दफा देख जा चुका है. इसके साथ ही ये भी लिखा है कि सुशांत सिंह राजपूत के जरिए महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. सामना में लिखा है कि मुंबई पुलिस विश्व का सर्वोच्च जांच तंत्र है. मुंबई पुलिस किसी के दबाव में नहीं आती है, ये पूरी तरह प्रोफेशनल है. शीना बोरा हत्याकांड को भी मुंबई पुलिस ने ही सुलझाया. उसमें कई बड़े नाम शामिल थे, किन्तु पुलिस ने सभी को सलाखों के पीछे पहुंचाया. 26/11 आतंकवादी हमले का जवाब मुंबई पुलिस ने ही दिया और सशक्त प्रमाण एकत्रित करके कसाब को फांसी के तख्ते तक पहुंचाया. शिवसेना ने लिखा कि सुशांत जैसे मामले में केंद्र द्वारा दखल देना मुंबई पुलिस का अपमान है. 'CBI’ केंद्रीय जांच एजेंसी जरूर है, मगर वो स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है. ये कई बार देख जा चुका है. कई राज्यों ने CBI पर बैन भी लगा रखा है। जिनकी सरकार केंद्र में होती है, सीबीआई उनके इशारे पर काम करती है. सर्वोच्च न्यायालय से लेकर ED, CBI जैसी संस्थाओं पर पिछले कुछ सालों में सवालिया निशान लग चुके हैं. ऐसे सवाल खड़े करने वालों में नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भी नाम है. वसुंधरा राजे ने की केंद्रीय रक्षा मंत्री से मुलाकात बुढ़ापे को लेकर हैं चिंतित ? 60000 रुपए पेंशन दे रही सरकार, जानिए डिटेल्स Zomato का बड़ा ऐलान, महिला और ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को देगा 'पीरियड' लीव