मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर जितने भी सवाल खड़े हो रहे थे, अब उनपर पर्दा पड़ता नज़र आ रहा है. AIIMS की फॉरेंसिक रिपोर्ट में ये स्पष्ट हो गया है कि सुशांत सिंह राजपूत ने ख़ुदकुशी ही की थी. अब इस मुद्दे पर शिवसेना की तरफ से एक बार फिर हमला बोला गया है. सामना के माध्यम से शिवसेना ने इस पूरे मामले के सियासी रंग लेने और बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय के JDU में शामिल होने पर तंज कसा है. सुशांत मामले के राजनीतिकरण पर शिवसेना ने कहा कि बिहार चुनाव में प्रचार के लिए कोई मुद्दा न होने की वजह से नीतीश कुमार और वहां के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया. इसके लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर को वर्दी में नचाया और आखिरकार यह महाशय नीतीश कुमार की पार्टी में भर्ती हो गए, जिससे उनकी खाकी वर्दी का वस्त्रहरण हो गया. मुंबई पुलिस सुशांत मामले की जांच नहीं कर सकती इसलिए CBI को बुलाओ, ऐसा चिल्लानेवाले एक सीधा-सा सवाल नहीं कर पाए कि पिछले 40-50 दिन से CBI क्या कर रही है? सुशांत केस को भुनाकर महा विकास आघाड़ी की सरकार और मुंबई पुलिस का ‘मीडिया’ ट्रायल किया गया. सामना में कंगना को निशाने पर लेते हुए कहा गया कि सुशांत की मौत को जिन्होंने भुनाया, मुंबई को पाकिस्तान और बाबर की उपमा दी, वह एक्ट्रेस अब किस बिल में छिपी है? हाथरस में एक युवती से दुष्कर्म करके मार डाला गया. वहां की पुलिस ने उस युवती के शरीर का तिरस्कार करके अंधेरी रात में ही लाश को जला डाला. इस पर उस एक्ट्रेस ने आंखों में ग्लिसरीन डालकर भी दो आंसू नहीं बहाए. कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने इस मामले में की जांच की मांग हाथरस मामला: द्रमुक सांसद कनिमोझी ने किया विरोध प्रदर्शन संस्कार वाले बयान देने वाले बीजेपी विधायक को पड़ा भारी, कुमार विश्वास ने कही ये बात