मुंबई: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे नागरिकता संशोधन बिल का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ छोड़ कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने वाली शिवसेना ने भी इस मसले पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और इस बिल का समर्थन किया है. शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि महाराष्ट्र में सरकार की बात अलग है, किन्तु देश के मामले में वह अपने कमिटमेंट पर अडिग हैं. मीडिया से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि देश के साथ कमिटमेंट के मुद्दे पर हम पीछे नहीं हटेंगे, ये बिल जब भी लाया जाएगा हमारा स्टैंड पता लग जाएगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर हम अपने रुख पर कायम हैं. संजय राउत बोले कि शिवसेना पहले से ही ये बात कहती आ रही है कि घुसपैठियों को देश से बाहर निकाल देना चाहिए, पाकिस्तान-बांग्लादेश-अफगानिस्तान से जो हिंदू-सिख-बौद्ध-जैन बहरत में आ रहे हैं, उनके मुद्दे पर शिवसेना केंद्र सरकार के साथ है. आपको बता दें कि जब शिवसेना एनडीए में थी, तब भी इस बिल का समर्थन करती थी. किन्तु अब महाराष्ट्र में उसकी साथी एनसीपी और कांग्रेस इस बिल का जमकर विरोध कर रही है. बता दें कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां नागरिकता संशोधन बिल पर विरोध कर रही हैं और सरकार पर इल्जाम लगा रही हैं कि ये बिल लोगों को धर्म के आधार पर विभाजित करने वाला है. हालांकि, शिवसेना इस मामले को देश से जोड़ रही है. ममता सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे गवर्नर जगदीप धनखड़, ये है वजह उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, 400 नाराज़ कार्यकर्ताओं ने थामा भाजपा का दामन शरणार्थियों के लिए बिल लाई मोदी सरकार, जानिए कौन होंगे भारत की नागरिकता के हक़दार