नई दिल्ली: दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन को बड़ा झटका लगा है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मई 2022 से जेल में कैद सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका को उच्च न्यायालय ने ठुकरा दिया है। अदालत ने इस मामले में सह आरोपी वैभव जैन और अंकुश जैन की जमानत याचिका भी रद्द कर दी है। बता दें कि, सत्येंद्र जैन को ये झटका ऐसे समय में मिला है, जब एक दिन पहले ही शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को 17 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इसके बाद उन्होंने भी उच्च न्यायालय का रुख किया है। बता दें कि, सत्येंद्र जैन को 30 मई 2022 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्डरिंग मामले में अरेस्ट किया था। तब से जैन तिहाड़ जेल में बंद हैं। जेल से रेपिस्ट द्वारा जैन का मसाज करने का वीडियो सामने आने पर विवाद हो चुका है। जैन दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के बेहद कद्दावर मंत्री रहे हैं। उन्हें CM अरविंद केजरीवाल का बेहद खास भी बताया जाता है। वहीं, इस साल 26 फरवरी को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले के आरोप में अरेस्ट कर लिया गया था। जेल में कैद होने के बावजूद लगभग 9 माह तक मंत्री पद पर बने रहे सत्येंद्र जैन से सिसोदिया के जेल जाने के बाद इस्तीफा ले लिया गया था। सिसोदिया और सत्येंद्र जैन होने के बाद केजरीवाल कैबिनेट में बदलाव किया गया। आप नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को दिल्ली सरकार में मंत्री नियुक्त किया गया है। बता दें कि, जैन ED की पूछताछ से बचने के लिए कह चुके हैं कि, उनकी याददाश्त जा चुकी है और उन्हें कुछ भी याद नहीं, ये भी एक कारण है कि उन्हें जमानत नहीं मिल रही। वहीं, केजरीवाल अपने नेताओं को लगातार कट्टर ईमानदार, भगत सिंह, महाराणा प्रताप के वंशज आदि बताते हुए उनका बचाव कर रहे हैं। 'डिजिटल इंडिया का मज़ाक उड़ाते थे ये लोग..', विपक्ष पर जमकर बरसे पीएम मोदी 'हनुमान जी की तरह राष्ट्रसेवा करें..', भाजपा के स्थापना दिवस और हनुमान जन्मोत्सव पर बोले पीएम मोदी सावरकर के बाद अब 'अडानी मुद्दे' पर भी मौन साधेंगे राहुल गांधी ? कांग्रेस नेताओं ने ही दी हिदायत