इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज और रावलपिंडी एक्सप्रेस नाम से मशहूर शोएब अख्तर ने कहा कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को गत वर्ष वनडे विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था और वह नहीं जानते कि इस इस विकेट कीपर बल्लेबाज़ ने यह फैसला इतने लंबे समय तक क्यों लटकाए रखा है. अख्तर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 38 वर्ष के धोनी को बेहतरीन विदाई दी जाएगी, भले ही अभी यह पता नहीं है कि कोरोना की वजह से बंद हुए खेल दोबारा कब शुरू हो पाएंगे. अख्तर ने इस्लामाबाद से पीटीआई से बात करते हुए कहा कि, ‘इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए. मैं नहीं जानता कि उन्होंने अपने संन्यास के फैसले को इतना लंबा क्यों खींचा. उन्हें 2019 वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था.’ शोएब अख्तर ने आगे कहा कि, ‘यदि मैं उनकी जगह होता, तो अब तक संन्यास ले चुका होता. मैं छोटे प्रारूपों में तीन-चार वर्ष और खेल सकता था, किन्तु मैंने (विश्व कप 2011 के बाद) संन्यास का ऐलान कर दिया, क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था. इसलिए फैसले के लिए प्रतीक्षा क्यों करो.’ टोक्यो ओलंपिक टलने से इस दिग्गज खिलाड़ी की बढ़ी परेशानी विजडन की सूची इस क्रिकेटर का नाम न होने से उड़े लक्ष्मण के होश भारतीय टीम के इस कप्तान की है अध्यक्ष बनने की दिली इच्छा