लखनऊ: गर्मी के दिनों में सूरज की असहनीय तपन और पल-पल पर सूखता गला आम बात है। तमाम स्थानों पर राहगीरों या अन्य लोगों की प्यास बुझाने को रखे गए प्याऊ यानी पानी से भरे मिट्टी के घड़े गर्मी में अक्सर देखने को मिलते हैं। लेकिन सच तो यह है कि हम महज़ जरिया मात्र हैं, वरना तो यह पानी भी प्रकृति का है और ये मिट्टी के घड़े भी प्रकृति से मोल लेकर ही बनाए गए हैं। ज़रा सोचिए, जब प्रकृति हमें हर दिन परोपकार का पाठ पढ़ाती है, तो हम किसी के लिए कुछ करने में इतना संकोच क्यों करते हैं। सही भी Koo App मेरे घर के बाहर इस कुंड में हमेशा पानी भरा रहता है ताकि गाय बंदर कुत्ते पक्षी इसका पानी पी सके क्योंकि यह सब भी इतनी गर्मी में पानी ढूंढते रहते हैं! View attached media content - शूटर दादी प्रकाशी तोमर (@shooterdadi) 26 Apr 2022 उत्तर प्रदेश की रहने वाली शूटर दादी ने घर के बाहर रखे पानी से भरे कुंड के साथ बहुत ही खूबसूरत फोटो शेयर करते हुए कहा है: मेरे घर के बाहर इस कुंड में हमेशा पानी भरा रहता है ताकि गाय, बंदर, कुत्ते, पक्षी इसका पानी पी सके क्योंकि यह सब भी इतनी गर्मी में पानी ढूंढते रहते हैं! प्रकाशी तोमर हमेशा से ही लोगों और खासकर महिलाओं के लिए मिसाल रही हैं, लेकिन कम ही लोग आज से पहले इस बात को जानते होंगे कि वे जानवरों और पक्षियों के लिए भी मसीहा हैं। कुछ भी कहें, प्यासों को पानी पिलाकर वे बहुत ही पुण्य का काम कर रही हैं। हम भी इस तरह की पहल, बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं। जरूरत है, तो बस नेक विचार की। पानी को व्यर्थ बहाने के बजाए यदि इन बेजुबानों के लिए सुरक्षित रखा जाए, तो जाने-अनजाने में हम एक बहुत ही नेक काम को अंजाम दे देंगे। तो आज से एक जिम्मेदारी लें कि पानी को व्यर्थ नहीं बहाना है, जितना हो सके कम खर्च करके इसकी बचत करना है, ताकि हमारे साथ ही अन्य प्राणियों और हमारी आने वाली पीढ़ियों को भी भरपूर मात्रा में पानी मिल सके। अपने 6 माह के बेटे के साथ नेहा ने किया योगा, माँ की कॉपी करते हुए क्यूट लगा बेटा मसाबा गुप्ता एक बार फिर बनी OTT की स्टार, इस सीरीज में आएंगी नज़र श्रीकांत बोला के विवाह पर राजकुमार राव ने दी बधाई