नई दिल्लीः भारत के दिग्गज निशानेबाज और गोल्ड मेडलिस्ट शूटर अभिषेक वर्मा ने ओलिंपिक पदक जीतने के लिये मानसिक स्थिरता को आवश्यक बताया है। उन्होंने बीते सप्ताह विश्व कप में दूसरा स्वर्ण पदक जीता था। अब उनका ध्यान इस साल अप्रैल में बीजिंग विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया था. उन्होंने पिछले सप्ताह रियो में विश्व कप में ही दूसरा पीला तमगा जीता. उन्होंने दस मीटर एयर पिस्टल मिश्रित वर्ग में यशस्विनी सिंह देसवाल के साथ रजत पदक जीता था। उन्होंने कहा कि ‘निशानेबाजी शारीरिक से अधिक मानसिक खेल है. ओलिंपिक में हमें अलग तरह की मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास की जरूरत होगी. मैं इसके लिये मानसिक व्यायाम, योग और ध्यान कर रहा हूं. मुझे पूरी तैयारी पर काम करना है लेकिन मुख्य फोकस मानसिक शांति पर होगा. फाइनल में जब आप निशाना साधते हैं और पीछे से शोर होता है तो फोकस हट जाता है. ऐसे में नौ या आठ के स्कोर आने लगते हैं. इसी पर फोकस करना है। भारत के पास इस समय निशानेबाजी में काफी युवा टीम है और उन्होंने कहा कि आपस में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से निशानेबाजों को मदद मिल रही है. अभिषेक ने कहा कि, ‘यह अच्छा मौका है क्योंकि भारत में ही इतनी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है. इससे आत्मविश्वास बढ़ता है। World Cup qualifier : भारत को बड़ा झटका, अहम मुकाबले में कप्तान छेत्री का खेलना मुश्किल टेस्ट टीम की ओपनिंग करेंगे रोहित शर्मा, चयनकर्ता ने की घोषणा इस पूर्व क्रिकेटर को कहा गया है भारतीय क्रिकेट का पितामह