नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी संजय सिंह की जीत के पश्चात् पहलवानों ने निराशा जताते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। तत्पश्चात, बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली रियो ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से सन्यास लेने की घोषणा कर दी। वहीं बजरंग पूनिया अपना पद्म पुरस्कार प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ पर छोड़कर चले गए। अब पहलवानों के विरोध को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बृजभूषण सिंह ने कहा, 'कांग्रेस के गोद में बैठे इन पहलवानों के साथ देश का एक भी पहलवान नहीं अब उनके विरोध पर क्या मैं फांसी पर लटक जाऊं? देखिए कुश्ती को एक ग्रहण लगा था। 11 महीने और 3 दिनों तक यह ग्रहण रहा। चुनाव हुआ तथा पुरानी फेडरेशन के समर्थित उम्मीदवार यानि हमारे समर्थित उम्मीदवार संजय सिंह उर्फ बबलू को जीत मिली है। जीत भी 40 और 7 के अंतर से हुई जो कुश्ती का काम है उसको अब आगे बढ़ाना हमारा लक्ष्य है।' साक्षी के सन्यास लेने के फैसले पर बृजभूषण सिंह ने कहा, 'पहलवान यदि अभी विरोध कर रहे हैं या साक्षी ने अलविदा कह दिया है कुश्ती को तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं, इसमें हम क्या उनकी सहायता करें आप बताइए! यह पहलवान जो 12 महीने से हमें गाली देने का काम कर रहे हैं तथा आज भी गाली दे रहे हैं उनको गाली देने का हक किसने दिया है। आज वह चुनाव पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं कांग्रेस के गोद में जाकर बैठे हैं, आज देश का कोई भी रेसलर उनके साथ नहीं है उनकी क्या सहायता करें क्या हम फांसी पर लटक जाए।' दरअसल, फेडरेशन के नए अध्यक्ष संजय सिंह पुराने अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बेहद नजदीकी हैं। उनकी जीत के पश्चात् अब पहलवानों का कहना है कि बृजभूषण के नजदीकी के अध्यक्ष बनने के पश्चात् अब उन्हें न्याय प्राप्त होने की उम्मीद और कम हो गई है। फ्रांस में रोका गया 303 भारतीयों को ले जा रहा प्लेन, 2 गिरफ्तार स्ट्रांग इम्यूनिटी भी नहीं बचा पाएगी कोरोना के नए वैरिएंट JN1 से... ये 5 लक्षण दिखते ही हो जाएं सावधान ऑनलाइन जॉब का ऑफर देकर महिला से ठगे 5 हजार, सच्चाई का पता चलते ही महिला ने ख़त्म कर ली जीवनलीला