भगवान शिव की पूजा करना वैसे तो बहुत कठिन माना गया हैं लेकिन संसार में भोलेनाथ के नाम से प्रसिद्ध भगवान शिव अपने भक्तों की छोटी-सी आराधना से भी खुश हो जाते हैं. जल्द ही श्रावण मास शुरू होने वाला है और इसमें भगवान शिव की खास तरीके से पूजा की जाती है. ऐसा कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी राशि के अनुसार भगवान शिव की पूजा करें तो उसे जल्द ही मनचाहे फल की प्राप्ति होगी. इसके अलावा उस व्यक्ति पर हमेशा भगवान शिव की दृष्टि बनी रहेगी. तो चलिए जानते हैं कि इस श्रावण मास में राशि के अनुसार किस तरह से पूजा करें. आखिर क्यों भगवान शिव ने पार्वती को सुनाई थी अमरकथा? मेष राशि : इस राशि के लोग पूरे श्रावण मास में 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें. वृषभ राशि : इस राशि के लोग 'ॐ नागेश्वराय नम:' मंत्र का जाप करें. मिथुन राशि : 'भूतेश्वराय नम:' का जाप करें. कर्क राशि : इस राशि के लोग महादेव के 'द्वादश नाम' का स्मरण करें. सिंह राशि : ॐ नम: शिवाय' की रोज एक माला करें. कन्या राशि : 'शिव-चालीसा' का पाठ करें. तुला राशि : 'शिवाष्टक' का पाठ करें. इसलिए भगवान शिव को पसंद हैं बिल्वपत्र ऐसा कहा गया है कि अगर राशि के अनुसार हर भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं तो उस पर भगवान शिव की असीम कृपा बनी रहेगी साथ ही परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी. गौरतलब है कि हमारे जीवन में राशि का खास महत्व बताया गया है जिससे हम भविष्य का पूर्वनुमान लगा सकते हैं. ये भी पढ़े चातुर्मास में भगवान शिव ऐसे संभालेंगे सृष्टि का भार चेहरे की रंगत में निखार लाती है मुल्तानी मिट्टी खूबसूरती को निखारने के लिए करें व्हिस्की का इस्तेमाल