उज्जैन। देश के सबसे स्वच्छ दर्शनीय स्थलों में अब मध्यप्रदेश के एक मंदिर का नाम शामिल हो गया है। इस मामले में बारह ज्योर्तिलिंग में से एक ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर तीसरे क्रम पर आ गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, मध्यप्रदेश से केवल एक ही मंदिर का चयन इस मामले में हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, भारत सरकार ने देश के 100 दर्शनीय स्थलों का चयन किया था। वर्ष 2015 व 2016 में भी इस तरह का सर्वे किया गया था। यह सर्वे स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत किया गया है। सरकार ने देश के 100 दर्शनीय स्थलों का सर्वे किया था। इस मामले में मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर संकेत भोंडवे ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि, 21 नवंबर और 22 नवंबर को दिल्ली में विशेष कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिला पंचायत के सीईओ संदीप जीआर और मंदिर प्रशासक प्रदीप सोनी यहां शामिल होंगे। स्वच्छ भारत के लिए दर्शनीय स्थलों का इस तरह से सूचीबद्ध किया जाना बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गौरतलब है कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर में निर्माल्य विसर्जन के साथ अन्य बातों को लेकर ध्यान रखा जाता है। मंदिर में विभिन्न स्थानों पर कूड़े दान लगाए गए हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर, कुछ समय पूर्व ज्योर्तिलिंग क्षरण को लेकर सुर्खियों में छाया हुआ था। इसके बाद यहां आरओ प्लांट से तैयार जल से ही ज्योर्तिलिंग अभिषेक किए जाने का निर्णय लिया गया था। जिससे ज्योर्तिलिंग का क्षरण न हो। रूप चतुर्दशी पर, महाकाल को लगाऐंगे उबटन इस मंदिर में आज भी जागृतस्वरूप में नाग देव का वास है अब RO के पानी से होगा उज्जैन के महाकाल का जलाभिषेक भगवान महाकाल काल का यह स्थान वैज्ञानिक दृष्टि से भी अद्द्भुत है