भारत में संसद के पास होने के बाद नागरिकता कानून को लगातार विरोध देखने को मिला है. बता दे कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को अमली जामा पहनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सूबे में शरणार्थियों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया है. अब तक 21 जिलों में तकरीबन 32 हजार शरणार्थियों का पता चला है. सूत्रों की अनुसार इनमें सबसे ज्यादा संख्या पीलीभीत में चिन्हित किये गए शरणार्थियों की है. नौसेना के पोतों में कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए डलेगा खास ईधन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नागरिकता संशोधन कानून की अधिसूचना जारी होने के बाद गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को अपने जिले में शरणार्थियों को चिन्हित करने और इसकी रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था. सोमवार को कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब ऊर्जा मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि गृह विभाग से उन्हें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार अभी तक प्रदेश के 21 जिलों में तकरीबन 32 हजार शरणार्थी चिन्हित किये गए हैं. अपराध को लगाम लगाने के लिए गहलोत सरकार का बड़ा कदम, पैरोल एक्ट में परिवर्तन करने की तैयारी आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये शरणार्थी पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हैं. राज्य में शरणार्थियों को चिन्हित करने का काम अभी जारी है. हिंदी और उर्दू भाषाओं में पर्चे वितरित किये जा रहे हैं और लोगों से पंजीकरण करने का आग्रह कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर यूजर ने वित्तमंत्री निर्मला को कही ऐसी बात, जिस पर सीतारमण ने शालीनता से दिया जवाब कोलकाता में CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन जारी, लगातार 5वे दिन धरने पर बैठे लोग आर्मी चीफ बोले- 'सेना PoK पर हमले के लिए तैयार, सरकार आदेश दे', केंद्र ने कहा- गौर करेंगे...