उज्जैन। सामाजिक न्याय परिसर में चल रही श्रीराम कथा एवं श्रीराम जन्म महोत्सव के अंतर्गत श्रीराम विवाह का प्रसंग वृन्दावन से आयी साध्वी महंत पुज्यनीय प्रज्ञा भारती महाराज के मुखाग्र से विस्तार पूर्वक राम विवाह का वर्णन बहुत ही सरल शब्दों में श्रद्धालुजनों को बतलाया। संगीतमय भजनों के ऊपर महिलाओं ने नृत्य कर पांडाल को भाव विभोर कर दिया। आरती में विशेष रूप से संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी, विधायक डॉ मोहन यादव, अनिल फिरोजिया, अशोक प्रजापत, समाजसेवी श्रीमती आरती जीवन गुरु महिला बाल विकास अध्यक्ष, मुन्नासिंह कुशवाह, लीलाधर आड़तिया, जगदीश पांचाल, श्रीमती लक्ष्मीबाई सारडा के द्वारा आरती की गई। संयोजक रामेश्वर दुबे श्रीमती रानु शिव पटेल, अभिजीत शर्मा, नितेश पांचाल, संजय पांचाल, रितुसिंह जादौन, राम पाटीदार, ऋषि रघुवंशी, प्रमिला यादव ने बागडोर संभाली। आरती के पश्चात हजारों की संख्या में भक्तजनों ने सहभोज का आनन्द लिया। साध्वीजी ने बताया जब सामान्य दुल्हा-दुल्हन की शादी में जाते हैं तो भूखे घर नहीं जाते हैं। रात-सीता के विवाह के पश्चात सभी सहभोज लेकर ही घर जाये। विनोद चौरासिया के निर्देशन में रामसीता को बनाया गया। कथा प्रतिदिन ३ बजे से ६ बजे तक कही जा रही है। अधिक से अधिक संख्या में आकर कथा को सफल बनावें। गाय पवित्र नगरी से बाहर तो कत्लखानें क्यों नहीं?