पितृ पक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूरे विधि-विधान से अनुष्ठान करते हैं. जी दरअसल इन दिनों में तर्पण करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है. आपको बता दें कि पितृ पक्ष के 16 दिनों में हर दिन तिथि के अनुसार श्राद्ध किया जाता है. अब आज पितृ पक्ष का छठवां दिन है जिसे षष्ठी श्राद्ध कहा जाता है. इस दिन परिवार के उन मृत सदस्यों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी षष्ठी तिथि को मृत्यु हुई हो. जी हाँ और इसमें शुक्ल और कृष्ण पक्ष षष्ठी दोनों शामिल हैं. आपको बता दें कि षष्ठी श्राद्ध को छठ श्राद्ध (Chhath Shraddha) के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में आज षष्ठी श्राद्ध का मुहूर्त क्या है और श्राद्ध कर्म की विधि क्या है? आइए बताते हैं। षष्ठी श्राद्ध का मुहूर्त - पितृ पक्ष श्राद्ध, पर्व श्राद्ध (पार्वण श्राद्ध) होते हैं और इन्हें करने का शुभ समय कुतुप मुहूर्त और रोहिना मुहूर्त होता है. कहा जाता है इन दोनों शुभ मुहूर्त के बाद अपराह्न काल समाप्त होने तक भी मुहूर्त चलता है. षष्ठी श्राद्ध शनिवार, 15 सितंबर 2022 को है तो आज श्राद्ध अनुष्ठान का समय यह रहेगा. कुतुप मुहूर्त (Kutup Muhurat) - 12:09 PM to 12:58 PM, अवधि: 49 मिनट रोहिना मुहूर्त (Rohina Muhurat) - 12:58 PM to 01:47 PM, अवधि: 49 मिनट अपराह्न मुहूर्त (Aparahna Muhurat) - 01:47 PM to 04:14 PM, अवधि: 02 घंटे 27 मिनट षष्ठी तिथि को ऐसे करें पितरों की पूजा- षष्ठी का श्राद्ध कर्म (पिंड दान, तर्पण) करने के लिए योग्य ब्राह्मण द्वारा बताने पर विधिवत पूजा करें. जी हाँ और श्राद्ध के बाद किसी भी जरूरतमंद की भी मदद करें. वहीं मान्यताओं के मुताबिक, ब्राह्मण द्वारा विधिवत तर्पण करें पितरों को भोग लगाएं. भोग में गाय का दूध, दही, घी और खीर को भी शामिल करें. आप पितरों को भोग लगाएंगे तो उसके 4 हिस्से करें. एक हिस्सा गाय, दूसरा कुत्ते को, तीसरा कौए को और चौथ अग्नि देव को अर्पित करें. इसके बाद ब्राह्मण को दान-दक्षिणा दें और पितरों का आदर पूर्वक नमन करें. ऐसा करने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा. पितृ पक्ष में श्राद्ध की आने वाली तिथियां सप्तमी श्राद्ध : 16 सितंबर 2022 अष्टमी श्राद्ध: 18 सितंबर 2022 नवमी श्राद्ध : 19 सितंबर 2022 दशमी श्राद्ध : 20 सितंबर 2022 एकादशी श्राद्ध : 21 सितंबर 2022 द्वादशी श्राद्ध: 22 सितंबर 2022 त्रयोदशी श्राद्ध : 23 सितंबर 2022 चतुर्दशी श्राद्ध: 24 सितंबर 2022 अमावस्या श्राद्ध: 25 सितंबरर 2022 17 या 18 को, कब है जितिया व्रत?, जानिए सही तारीख, शुभ मुहूर्त पितरों को करना है प्रसन्न तो श्राद्ध पक्ष में करें ये काम घर में पूर्वजों की लगी तस्वीर कर सकती है आपको बर्बाद, रखे इन बातों का ध्यान