कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के असंतुष्ट नेता शुभेंदु अधिकारी के ममता बनर्जी सरकार से त्यागपत्र देने के बाद उनके अगले सियासी कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला जनता का होगा। पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पद त्यागने के बाद अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कोई सियासी बयान नहीं दिया और आजादी के संघर्ष में अपने गृह जिले पूर्वी मेदिनीपुर के योगदान को याद किया। शुभेंदु ने कहा कि,‘हम राष्ट्रवादी कार्यक्रम आयोजित करेंगे और ब्रिटिश शासन के खिलाफ तामलुक की आवाम के बलिदानों को याद करेंगे। हम हमारे संविधान के निर्माताओं को स्मरण करेंगे जो जनता के लिए, जनता का, जनता द्वारा के सिद्धांत में यकीन रखते थे।’ ताम्रलिप्त जनकल्याण समिति के अध्यक्ष शुभेंदु ने कहा कि संगठन के बैनर तले दिसंबर में कई सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और तामलुक में 1942 के स्वतंत्रता संघर्ष को याद करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष की तरह संगठन तीन दिसंबर को स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस के जन्मस्थान पर उनकी जयंती मनाएगा और 17 दिसंबर को तामलुक में 1942 में बनी ताम्रलिप्त नेशनल गवर्नमेंट को समरण किया जाएगा। शुभेंदु ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी रंजीत बोयल की याद में रैली के आयोजन की तैयारियां काफी समय से चल रही थीं और इनका उनके इस्तीफे से कोई वास्ता नहीं है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज नहीं हुआ कोई बदलाव, यहाँ जानिए ताज़ा भाव पेटीएम मनी निवेशकों के लिए बड़ी खबर, आईडी को खाते से करना होगा लिंक गुरुनानक जयंती पर बंद हुए शेयर बाजार