श्वेता त्रिपाठी का बड़ा बयान, कहा- कोई भी जबरदस्ती हमारे मुंह में ड्रग्स नहीं डाल सकता

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के 99 प्रतिशत बॉलीवुड द्वारा ड्रग्स का सेवन करने के दावे को गलत मानते हुए एक्ट्रेस श्वेता त्रिपाठी ने इसे आधा सच कहा है। फिल्म 'कार्गो' और 'द गॉन गेम' जैसी हालिया डिजिटल रिलीज में अभिनय से प्रभावित करने वाली 'मसान' फेम एक्ट्रेस ने यह भी बोला कि कंगना का यह भ्रम है कि एक्ट्रेस को कार्य पाने के लिए किसी के साथ सोना पड़ता था और यह कहना कि बाहरी लोग 'सिनेमा की बड़ी बुरी दुनिया' में समझौता करने के उपरांत ही स्थान बनाते हैं, ऐसा नहीं है और न ही बॉलीवुड ऐसे कार्य करता है। श्वेता ने कहा, 'मुझे लगता है कि ये जो बातें घूम रही हैं कि फिल्म उद्योग के आधे लोग नशा कर रहे हैं, या यह कि महिला एक्ट्रेस कार्य पाने के लिए किसी के साथ सो जाती हैं, और बाहरी लोग बेहतरीन और अच्छी स्क्रिप्ट पाने के लिए और 'सिनेमा की बड़ी बुरी दुनिया' में समझौता करने के उपरांत भी अपना स्थान बना लेते है.

 वहीं अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा- नहीं यह वो चीजें नहीं हैं, जैसे हम बॉलीवुड में कार्य करते हैं।' उन्होंने आगे बोला, 'मेरा विश्वास करें, जब मैं यह कहती हूं, कोई भी जबरदस्ती हमारे मुंह में ड्रग्स नहीं डाल सकता है! यदि कोई युवा ड्रग्स लेने की इच्छा रखता है, तो वे इसे कैसे भी ले लेंगे, चाहे वह मुंबई में हो या देश के किसी भी छोटे शहर में निवास करता हो। इसका मुंबई शहर से कोई लेना-देना नहीं है। मैं सभी माता-पिता को बताना चाहती हूं कि अपने बच्चों की परवरिश, सही दिशा में नैतिकता के साथ बढ़ने साथ-साथ उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान रखना आवश्यक है। एक्ट्रेस ने कहा, 'मुझे लगता है कि जब हम अपना बैग पैक करते हैं और मुंबई आते हैं, तो हमारे माता-पिता को पूछना चाहिए कि क्या हम ठीक हैं, बजाय इसके कि हमें शुरुआती संघर्ष से हार मान लेना चाहिए, जिससे हम सब गुजरते हैं।'

अगर हमसे निरंतर यह पूछा जाए कि हम कितना पैसा कमाते हैं और बोला जाता है कि हमारा संघर्ष  वक़्त की बबार्दी के अतिरिक्त कुछ नहीं है, यह हकीकत में किसी भी नवोदित प्रतिभा पर एक अलग तरह का मानसिक दबाव बना रहा है। यह ड्रग्स के सेवन के बारे में नहीं है। यह उन मुद्दों के बारे में है, जिसका वह सामना कर रहे हैं, जो उन्हें अंधेरे और नशे की लत और मानसिक स्वास्थ्य के मामलों को पूरे विश्व में घसीटे है। मुझे लगता है कि किसी इंडस्ट्रीस को बदनाम करने के बजाय इन मुद्दों के बारे में बात किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि बीते कुछ हफ्तों में फिल्म इंडस्ट्री में कई महिला हस्तियों ने बॉलीवुड में फैली नकारात्मकता के विरुद्ध आवाज उठाई है। इनमें अभिनेत्री जया बच्चन, हेमा मालिनी, विद्या बालन, उर्मिला मातोंडकर, तापसी पन्नू और गायिका सोना महापात्रा शामिल हैं।

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