बेंगलुरुः कुछ महीने पहले अंदरूनी टकराव के कारण कर्नाटक की सत्ता से हाथ धो बैठऩे वाले कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। राज्य में उपचुनावों को देखते हुए सियासी माहौल फिर से गरमाता दिख रहा है। राज्य के दो पूर्व सीएम सिद्दरमैया और एचडी कुमारस्वामी के बीच जमकर शब्दबाण चल रहे हैं। कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने एक ट्वीट में कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि चार दशकों के राजनीतिक अनुभव के बावजूद मैंने गिद्ध को तोता समझने की गलती की और उनसे गठबंधन किया। इस पर कुमारस्वामी ने कहा कि मैं कांग्रेस आलाकमान की मर्जी से मुख्यमंत्री बना था और यही बात सिद्दरमैया बर्दाश्त नहीं कर सके, जिसके चलते सरकार लंबी नहीं चल सकी। सिद्दरमैया ने हुबली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कुमारस्वामी समझदारी से बात नहीं करते हैं। जदएस विधायक और कुमारस्वामी की कैबिनेट में मंत्री रहे जीटी देवेगौड़ा का हवाला देते हुए कहा कि कुमारस्वामी ने लोकसभा चुनाव के दौरान मैसूर और चामराजनगर में भाजपा प्रत्याशियों को वोट देने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि अब उपचुनाव आ गए हैं तो वे नाटक कर रहे हैं। कांग्रेस नेता कुमारस्वामी के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने तुमकुरु में अपने पिता एचडी देवेगौड़ा, मांड्या में अपने बेटे निखिल कुमारस्वामी और कोलार में कांग्रेस उम्मीदवार केएच मुनियप्पा की हार के लिए सिद्दरमैया को दोषी ठहराया था। सिद्दरमैया के बयान पर पलटवार करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि मुझ पर विश्वासघात का आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता ने उन देवेगौड़ा को धोखा दिया है, जिनकी छत्रछाया में राजनीति सीखी है। बता दें कि राज्य में सिद्दरमैया और देवेगौड़ा परिवार के बीच पुरानी अदावत कही है। इस दिग्गज सांसद को महिला ने बताया अपना पति, पहुंची सुप्रीम कोर्ट मॉब लिंचिंग पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान, कही यह बात यूएन में भारत के इस महापुरूष के नाम पर जारी हुआ डाक टिकट