नई दिल्ली - नोटबन्दी को लेकर पक्ष और विपक्ष में जोरदार तर्क दिए जा रहे हैं.लेकिन इस नोटबन्दी का एक साइड इफेक्ट भी सामने आया है.नोट बन्दी के बाद 16 नवम्बर तक जनधन के 25 करोड़ से अधिक खातों में 64 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की राशि जमा हुई है.जो निश्चित ही चौकाने वाली है.इस मामले में यूपी अव्वल रहा है.यह जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने दी है. इस बारे में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने शुक्रवार को कहा कि नवंबर 16 तक, पूरे देश में प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खोले गए 25.58 करोड़ बैंक खातों में 64,252.15 करोड़ रुपए जमा कराए गए.लोक सभा में राज्यवार लिखित जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 3.79 करोड़ खातों में से 10,670 .62 करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं. इसके बाद पश्चिम बंगाल के 2.44 करोड़ जन धन खातों में 7,826.4 करोड़ रुपए और राजस्थान के 1.89 करोड़ खातों में 5,345.57 करोड़ रुपए जमा कराए गए. इन तीन राज्यों के बाद बिहार का नंबर आता है जहां के 2.62 करोड़ जन धन खातों में 4,912.79 रुपए जमा कराए गए . एक ओर जहां गंगवार ने बताया कि कुल 25.58 करोड़ जन धन खातों में से , 5.98 करोड़ खाते (23.02 प्रतिशत) जीरो बैलेन्स खाते हैं.वहीं दूसरी ओर एक सवाल के जवाब में केंद्रीय वित राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 11 नवंबर तक देश में 17.87 लाख रुपए प्रचलन में थे.आरबीआई के अनुसार वर्ष 2015-16 के दौरान 2,119.5 करोड़ बैंक नोट छापे गए थे .जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में 2,365.2 करोड़ बैंक नोट छापे गए थे. दूसरों के खाते में पैसा जमा करने पर... आयकर विभाग के शिकंजे में आया...