हर खाने में नमक का इस्तेमाल स्वाद बढ़ने के लिए किया जाता है घर में सफेद नमक के अलावा काला नमक भी रसोई में आसानी से मिल जाता है। काले नमक के सेवन से उल्टी, एसिडीटी या कब्ज जैसी समस्याएं आसानी से दूर हो जाती है। काला नमक एसिडीटी को खत्म कर देता है। काला नमक ऐसे ही कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसे देशभर में कई नामों से जाना जाता है। हिमालय से प्राप्त किए जाने की वजह से इसे हिमालयन रॉक सॉल्ट भी कहा जाता है। आयरन और अन्य खनिजों की वजह से इसका रंग गुलाबी होता है।इस नमक में आयोडीन की मात्रा काफी कम होती है। इसे अधिक खाने से शरीर में आयोडीन की कमी हो सकती हैा इसल‍िए इसे मिश्र‍ित नमक के साथ खाने की सलाह दी जाती हैं। पर यहाँ ध्यान दीं वाली बात ये है की मुख्य रूप इसमें सोडियम क्लोराइड मौजूद होता है। इसके अलावा इसमें सल्फेट्स, सल्फाइड, आयरन और मैग्नीशियम भी शामिल होता है। आयुर्वेद में इसे नियमित तौर पर खाने की सलाह दी गई हैं। लेकिन फायदे पहुंचाने वाले काले नमक के अधिक सेवन करने से आपको नुकसान भी पहुंच सकता हैं। सीमित मात्रा में काला नमक खाने के कोई नुकसान नहीं है, लेकिन इसका सेवन अधिक मात्रा में करने पर ये नुकसान हो सकते हैं। आप इसका उपयोग समुद्री नमक की तरह ही कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो इसे टेबल सॉल्ट के साथ बराबर मात्रा में मिला कर भी भोजन बनाने में उपयोग कर सकते हैं। दिनभर में 2,300 मिलीग्राम (करीब एक चम्मच) ही काला नमक का उपयोग करें। इतना नमक शरीर में आवश्यक खनिज प्रदान करने के लिए पर्याप्त है। काला नमक में सोडियम अधिक होता है और इसका अधिक सेवन करने से शरीर में अधिक क्रिस्टल बनने लगता है जिससे पथरी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा ज्‍यादा सेवन से पेट का कैंसर होने का खतरा भी बना रहता हैं। अगर आप भी लेती है गर्भनिरोधक गोलिया, तो हो जाए सावधान ये है दुष्परिणाम इस वजह से पुरुषो में होती है गंजेपन की समस्या, जाने डायबिटीज के मरीज जरूर करे इस फल का सेवन, जाने