अमृतसर: पंजाब के जाने माने गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई. मूसेवाला की याद में आज यानी बुधवार को मनसा के बहरली अनाज मंडी में अंतिम अरदास का आयोजन किया गया. अंतिम अरदास के बाद मूसेवाला पिता बलकौर सिंह ने उनके (मूसेवाला) प्रशंसकों को संबोधित किया. वह इस दौरान भावुक हो गए और बताया कि मूसेवाला अपनी मेहनत के बल पर इस मुकाम तक पहुंचा था. अंतिम अरदास के बाद बलकौर सिंह ने कहा कि, मेरा बेटा एक साधारण बच्चा था. उसने स्कूल जाने के लिए दूसरी कक्षा से 12वीं तक रोजाना 24 किमी साइकिल चलाई, क्योंकि गावं से बस नहीं चलती थी. मूसेवाला के पिता ने कहा कि मेरे पास कोई अधिक ज़मीन भी नहीं थी, मेरे पास कोई पैसा भी नहीं था, मगर उसने अपनी मेहनत से सब कुछ हासिल किया. उन्होंने आगे कहा कि मेरे बेटे ने कभी जेब में पर्स तक नहीं रखा. जब भी पैसे की जरूरत होती थी तो वो मुझसे मांग लेता था. बलकौर सिंह भावुक होते हुए कहा कि पता नहीं कितनी मनहूस 29 तारीख आई. मैं भी उसके साथ जाना चाहता था. मगर मुझे वो साथ नहीं ले गया. उसने कहा आप खेत से आए हो आराम करो. मुझे आज भी नहीं पता कि उसका कसूर क्या था. बलकौर सिंह ने आगे कहा कि मेरा बेटा हमेशा कहता था कि मैंने कभी किसी का बुरा नहीं किया. उसे मैं आपके बीच जिंदा रखने का प्रयास करूंगा. मूसेवाला की माता चरण कौर ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 29 मई को मेरा सब कुछ तबाह हो गया. जिसने भी इस दुख में मेरा साथ दिया उसका धन्यवाद. कानपुर हिंसा में भी PFI की साजिश, जो CAA दंगों में पकड़े गए थे, वो अब भी गिरफ्तार दिल्ली: संवेदनशील इलाके 'जहांगीरपुरी' में फिर पथराव, हनुमान जयंती पर भी हुई थी हिंसा... Video घर के भेदी.., हिन्दुओं की टारगेट किलिंग में 'आतंकियों' की मदद क्यों कर रहे स्थानीय कश्मीरी ?