नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बने सिग्नेचर ब्रिज को लेकर इन दिनों आम आदमी पार्टी और बीजेपी में घमासान मचा हुआ है। इस ब्रिज को बनवाने का क्रेडिट लेने के लिए दोनों ही पार्टियां एक—दूसरे से भिड़ी हुई हैं, लेकिन इन सबके क्या आप जानते हैं कि इस ब्रिज की ऊंचाई कुतुब मीनार से दोगुनी है। नहीं, तो चलिए हम आपकेा बता देते हैं उत्तर पूर्वी दिल्ली में बने इस ब्रिज की कुछ खास बातें आप पार्टी ने सिग्नेचर ब्रिज के स्थान पर पोस्ट की नीदरलैंड के ब्रिज की तस्वीर 675 मीटर है लंबाई सिग्नेचर ब्रिज की लंबाई 675 मीटर है। इस ब्रिज के बनने से उत्तरी और उत्तरपूर्वी दिल्ली के बीच आने—जाने में लगने वाला समय कम हो जाएगा और लोगों को ट्रैफिक से काफी राहत मिलेगी। इस ब्रिज पर 154 मीटर ऊंचा ग्लास बॉक्स भी लगाया गया है। जहां से लोग पूरी दिल्ली को देख सकेंगे। इसके अलावा इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए चार लिफ्ट भी इसमें लगाई गई हैं, जिनमें एक बार में 50 लोग इस ग्लास बॉक्स तक पहुंच पाएंगे। कुतुबमीनार से दोगुनी ऊंचाई इस ब्रिज की ऊंचाई कुतुबमीनार से दोगुनी है। यह ब्रिज 165 मीटर यानी 541 फीट ऊंचा है, जबकि कुतुबमीनार की ऊंचाई मात्र 73 मीटर है। बता दें कि इसके सबसे ऊपर एक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है, जहां से लोग दिल्ली की पृष्ठभूमि में अपनी सेल्फी ले सकते हैं। 1875 करोड़ रुपये हुए खर्च इस ब्रिज के निर्माण में 1,875 करोड़ रुपये का खर्चा आया है। हालांकि 2004 में जब इस ब्रिज के प्रसताव को प्रस्तुत किया गया था, तब इसकी अनुमानित लागत 1131 करोड़ रुपये आंकी गई थी। ब्रिज के प्रस्ताव को 2007 में मंजूरी मिली। यह दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसे 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले तैयार हो जाना था, लेकिन इसका निर्माण 2018 में पूरा हो पाया। खबरें और भी सिग्नेचर ब्रिज को लेकर आप और बीजेपी में घमासान आज होगा दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन, जानिए पुल की कुछ ख़ास बातें 'एकता की दौड़' में आपस में ही भिड़े बीजेपी कार्यकर्ता