नई दिल्ली: वैंश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन और पिछले दिनों आए चक्रवाती तूफान यास ने किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया है. अच्छी फसल होने पर अच्छी कीमत की आस से तरबूज की खेती करने वाले झारखंड के किसान कोरोना और चक्रवात यास की दोहरी मार का सामना कर रहे हैं. तैयार फसल खेतों में ही सड़ रही है, किन्तु उसे किसान बाजार तक नहीं ले जा पा रहे हैं. प्रकृति और महामारी की मार झेल रहे ऐसे ही एक किसान के लिए इंडियन आर्मी मददगार बनकर सामने आई है. बोकारो जिले की कंडेर पंचायत के किसान रंजन कुमार ने तरबूज की फसल पैदा की है. रंजन के खेत में तरबूज की जबरदस्त उपज हुई है, किन्तु लॉकडाउन और यास तूफान की वजह से वह अपनी फसल खेत से बाजार नहीं ले जा पा रहे थे. तरबूज खेत में ही सड़ रहे थे. फसल अच्छी होने के बाद भी बिक्री न होने की वजह से रंजन महतो मायूस थे. इसी बीच रामगढ़ में तैनात सेना की सिख रेजिमेंट के ब्रिगेडियर एम कुमार अधिकारियों के साथ उस क्षेत्र में पहुंच गए. रंजन महतो ने सेना के अधिकारियों को तरबूज निःशुल्क देने की पेशकश की. रंजन की मुफ्त देने की पेशकश के बाद ब्रिगेडियर एम कुमार ने पांच टन तरबूज बाजार दाम चुकाकर खरीद लिए. इसके अलावा सेना के अधिकारियों ने ग्रामीणों के बीच राहत सामग्री भी बांटी. NRHM घोटाला: झारखंड HC ने जांच पर जताया संदेह, कहा- CBI को दे सकते हैं केस श्रीगंगानगर में फ्यूल की डबल सेंचुरी, पेट्रोल 107, तो डीजल 100 रुपए लीटर आज GST काउंसिल की बैठक का नेतृत्व करेंगे निर्मला सीतारमण, वैक्सीन पर घट सकता है टैक्स