गर्मी के मौसम में पानी की समस्या अक्सर कहीं न कही देखी जाती है. मध्य प्रदेश के शिवपुरी में तो लोगों ने सिंध जलावर्धन योजना में हो रही देरी को लेकर बाजार बंद रखे. दअरसल व्यवसाइयों की मांग है कि पानी घर घर जल्द पहुंचे और योजना 10 साल तक अधूरी रहने के लिए पर दोषियों को सजा देने कि मांग भी कर रहे हैं. इस दौरान शिवपुरी क्षेत्र के आधे बाजार बंद रहे. इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि जल सत्याग्रह के लिए 188 के अनुसार मंजूरी दी गई थी. पुलिस का कहना है कि आंदोलन को माधवचोक धरना स्थल तक रखना था लेकिन पार्लियामेंट की ओर से नगर बन्द की जानकारी जब पुलिस को मिली तो प्रशासन नोटिस जारी कर दिया. अब नोटिस जारी होने के बाद से आंदोलनकारियों पर केस दर्ज भी किया जा सकता है. ये नोटिस आंदोलनकारियों को रात में जारी किये गए हैं. गौरतलब है कि जिस योजना के पूरे नहीं होने का विरोध लोग कर रहे है सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया लाये थे. इस योजन को 2008 में लाया गया था. सिंध जलावर्धन योजना के लिए लागत 65 करोड़ रखी गई थी. योजना 2010 में पूरी होना थी. आज तक ये योजना पूरी नहीं हो सकीहै. बोर्ड परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों को मिलेगा एक और मौका नर्मदा सेवा यात्रा की प्रथम वर्षगांठ जहरीला पानी पीने से तीन महिलाओं की मौत