शाहजहांपुर: पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता चिन्मयानंद पर लगे कानून की छात्रा का यौन शोषण करने के आरोपों और उनसे रंगदारी मांगे जाने के मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। फिलहाल अदालत उस आरोपपत्र पर संज्ञान ले रही हैं, जिसके बाद ही अदालत इस मामले में कोई फैसला सुनाएगी। तक़रीबन दो महीने लंबी चली जांच में SIT ने 4700 पन्नों की मामले डायरी तैयार की है। इसके अलावा दोनों मामलों में लगभग 20-20 पन्नों की अलग चार्जशीट तैयार की है। जिससे अदालत को सुविधा हो सके। बुधवार को SIT दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद चिन्मयानंद को साथ लेकर सीजेएम अदालत में चार्जशीट दायर करने पहुंची। इस दौरान अदालत परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सीजेएम कोर्ट में चिन्मयानंद की पेशी के बाद उन्हें वापस जेल में पंहुचा दिया गया है। उसके बाद रंगदारी की आरोपी छात्रा, उसके दोस्त संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर को जेल से अदालत में सुनवाई के लिए लाया गया। अब गुरुवार को एसआइटी इलाहाबाद हाई कोर्ट अपना जवाब दायर करेगी और 28 नवंबर को उच्च न्यायालय में अपनी स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी। शरद पवार से मुलाकात करने के बाद बोले संजय राउत, कहा- महाराष्ट्र की सियासी स्थिति से चिंतित NCP प्रमुख तीस हजारी विवाद: किरण बेदी ने दिया दिल्ली पुलिस का समर्थन, कमिश्नर अमूल्य पटनायक को दी ये हिदायत करतारपुर गलियारे की उद्घाटन से पहले अमृतसर में लगे पोस्टर, इमरान और सिद्धू को बताया हीरो