Ramjas College प्रदर्शन: सीताराम येचुरी ने जताया विरोध

नईदिल्ली। दिल्ली के रामजस काॅलेज में छात्र संगठनों के प्रदर्शन को लेकर उपजे विवाद के बाद अब राजनीति गरमा गई है। एक ओर जहां अभाविप अपनी बात कह रही है वहीं जेएनयू और डीयू के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने विरोधी मार्च निकाला। इस मार्च को जहां वाम दलों ने सपोर्ट किया वहीं आम आदमी पार्टी से जुड़े छात्र संगठन ने भी भागीदारी की। प्रदर्शन के दौरान सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और डी राजा मार्च के दौरान पहुंचे।

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डी राजा ने बताया कि कौन हिंदू है और कौन कुछ और हम तो भारतीय हैं। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वामपंथियों ने देश का हित नहीं किया। ये लोग हमेशा से ही देश के युवाओं को गलत राह पर ले जाते रहे हैं। यह बहुत गलत बात है।

किरन रिजिजू ने कहा कि गुरमेहर कौर को लेकर जिस तरह का विवाद किया जा रहा है वह ठीक नहीं है। ये वामपंथी वे ही हैं जिन लोगों ने 962 में चीन का साथ देते हुए नौजवानों को भड़काते रहे। विद्यार्थियों के प्रदर्शन में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संगठन के पूर्व छात्र कन्हैया कुमार भी पहुंचे।

गौरतलब है कि कन्हैया कुमार कथित तौर पर उन विद्यार्थियों में शामिल थे जिन लोगों ने आतंकी अफजल गुरू की बरसी पर विवि परिसर में कथित तौर पर देशविरोधी नारे लगाए थे। इनमें से ही एक छात्र उमर खालिद को रामजस काॅलेज के सेमिनार में बुलाया गया था। जिसका एबीवीपी ने विरोध किया था। जब अभाविप का प्रदर्शन उग्र हो गया तो गुरमेहर कौर ने इसका विरोध सोशल मीडिया पर किया। इसके बाद उन्हें कथिततौर पर धमकी दी गई। जिसके विरोध में दिल्ली में मार्च निकालकर गुंडागर्दी का विरोध किया गया।

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