आतंक की पनाहगाह पाकिस्तान में इसी माह 25 तारीख को चुनाव होने है. मगर दहशतगर्दो की दहशत उनके घर में भी है. इसी बीच पाकिस्तान के राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी प्राधिकरण (नैक्टा) ने एक बड़ा खुलासा करते हुए छह नेताओं के नाम की सूचि जारी की है जिन पर आतंकियों की नज़र है. चुनाव प्रचार के समय इन नेताओं पर आतंकवादी हमले के सबसे ज्यादा आसार है. नैक्टा निदेशक ओबेद फारुख ने सोमवार को सीनेट की स्थाई समिति को संबोधित करते हुए कहा,"इन छह लोगों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान, अवामी नेशनल पार्टी के नेता असफंदियार वाली और अमीर हैदर होती, कौकमी वतन पार्टी के प्रमुख अफताब शेरपाओ, जमियत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल के नेता अकरम खान दुर्रानी और हाफिज सईद के बेटे तहला सईद शामिल हैं." फारुख ने कहा "इसके अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के वरिष्ठ नेतृत्व पर भी खतरा है." समिति के चेयरमैन सीनेटर रहमान मलिक ने गृह मंत्रालय को उन लोगों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया जिन्हें खतरा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चुनाव आयोग के सचिव बाबर याकूब ने समिति को पहले ही सूचित कर दिया था कि 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों के दौरान हिंसा भड़क सकती है इसलिए इस अलर्ट को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी प्राधिकरण (नैक्टा) की से चेतावनी ऐसे समय जारी हुई है जब आतंकी हाफिज सईद खुद पुरे मुल्क में घूम घूम कर चुनाव प्रचार कर रहा है. कश्मीर: सेना ने 2 आतंकियों को मार गिराया पाक़िस्तान से हार के बाद मैक्सवेल कर रहे अपनी इज्ज़त नीलाम इमरान खान के घोषणा पत्र में भारत का जिक्र