नई दिल्ली: केंद्र सरकार और कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के बीच बुधवार को छठे चरण की बातचीत शुरू हो गई है. सभी की नज़रें इस बातचीत पर हैं. बातचीत से ही तय होना है कि दिल्ली की बॉर्डर्स पर डटे किसान पीछे हटेंगे या आंदोलन जारी रहेगा. किसान संगठन अब तक तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की माँग पर अड़े रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि वो क़ानून वापस नहीं लेगी. इस बीच केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि बुधवार को होने वाली वार्ता निर्णायक साबित होगी और किसानों का आंदोलन ख़त्म हो जायेगा. उन्होंने कहा कि बुधवार को सभी मुद्दों पर दोबारा चर्चा होनी है. उन्होंने कहा कि बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की नीति पर विशेष रूप से चर्चा होगी, जिसे लेकर आंदोलन की शुरुआत हुई थी. सोम प्रकाश केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किये गए उन तीन प्रतिनिधियों में से एक हैं जो किसानों के साथ चर्चा कर रहे हैं. उनके साथ ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल, दो अन्य प्रतिनिधि हैं जो किसानों के साथ बातचीत में शामिल होंगे. ये तीनों नेता ही शुरु से किसानों के साथ कृषि क़ानूनों पर बात करते रहे हैं. सोम प्रकाश ने मीडिया से कहा कि, "हमें उम्मीद है कि यह बातचीत निर्णायक होगी. सरकार खुले दिल से किसानों से बात कर रही है. हमें उम्मीद है कि आज किसानों का आंदोलन समाप्त हो जायेगा." इंडियन एयरफोर्स के लिए 6 नए हथियार करेगी एयर इंडिया, चीन-पाक बॉर्डर पर मिलेगी मदद देश का सबसे बड़ा डिफॉल्टर कौन ? ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा अनिल अंबानी का नाम भारत ने यूके फ्लाइट बैन का किया विस्तार, कहा - 7 जनवरी तक कोरोना के बढ़ने का है डर