आखिर क्या है अच्छी नींद के मायने

अक्सर हम रात को करवट बदलते रहते हैं और उसे नींद ना आने का नाम दे देते है लेकिन घंटों तक बिस्तर पर लटकर भी जागते रहना उन बहुत सी स्थितियों का महज एक उदाहरण है जो आपके सोने और दिन में काम करने के तरीको को प्रभावित करता है. कई बार आपको अनिद्रा रोग होता है लेकिन आपको इस बात का पता भी नहीं चल पाता।

एक अच्छी नींद का मात्रा बढ़ाने के लिए घंटों की कोई फिक्स संख्या नहीं होती है. अधिकांश वयस्कों को रात में सात से नौ घंटे सोने की जरूरत होती है जबकि कुछ के लिए छह घंटे की नींद भी काफी होती है. कुछ लोग इससे ज्यादा भी नींद लेते हैं. बिस्तर में अधिक समय तक सोते रहना थकान या अवसाद जैसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है. आपको खुद यह पता करना चाहिए कि आपको कब नींद आती है और कब उठना है. इससे आप अच्छी नींद ले पाएंगे।

वैज्ञानिकों ने पाया कि जो लोग लगातार रात में 5 घंटे या उससे कम नींद लेते हैं उन्हें उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याओं का अधिक जोखिम होता है. अपर्याप्त नींद से मोटापे, मधुमेह, अवसाद, शराब की लत और वाहन दुर्घटनाओं का भी जोखिम बढ़ जाता है। कम नींद से आपके दिमाग पर भी प्रभाव पड़ता है जो आपके मूड और ध्यान को नियंत्रित करता है.

नींद विकार को जानने का सबसे अच्छा संकेत यह है कि आप दिन के दौरान कैसा महसूस करते हैं। यदि आप आमतौर पर सुबह उठने के बाद सतर्क और ताज़ा फील करते हैं तो आप अच्छी नींद लेते हैं लेकिन यदि आप को सुबह उठने के बाद भी आलस्य आता है, चिड़चिड़े और अनफोकस्ड रहते हैं तो आपको नींद संबंधी कोई समस्या जरूर हो सकती है. जब नींद की गुणवत्ता की बात आती है, तो समस्या हमेशा रोगियों के लिए स्पष्ट नहीं होती है। इसलिए आपको डॉक्टर की सहायता जरूर लेनी चाहिए।

साइलेंट किलर होती हैं स्लीपिंग पिल्स

हाइट बढ़ने के लिए अपनाये ये तरीके

इस तरीके से कर सकते है अपने डायबिटीज को कंट्रोल

 

Related News