जरा हटके में आज स्मार्टफोन के बारे में एक महत्वपूर्ण खबर है। स्वास्थ्य खराब होने के लिए कई बार स्मार्टफोन को जिम्मेवार ठहराया जाता है, लेकिन दिल के मरीजों पर इस डिवाइस का सकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक साधारण ऐप निर्धारित अवधि के लिए इन रोगियों को अपनी दवा लेने में मदद करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, जिससे समय से पहले मौत के खतरे को कम किया जा सकता है. एक बार दिल का दौरा पड़ने के बाद मरीजों को फिर से इसे रोकने के लिए दवाइयां दी जाती हैं. हालांकि, अस्पताल से छुट्टी के बाद पहले 30 दिनों में चार में से एक मरीज कम से कम एक दवा को लेना बंद कर देता है. इससे दिक्कतें पैदा होने के चलते फिर से अस्पताल में भर्ती होने की संभावना और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है. वर्तमान में इसके पालन में सुधार के लिए कोई सरल और लागत प्रभावी रणनीति नहीं है. सूत्रों के मुताबिक कि स्मार्टफोन ऐप रिमाइंडर का उपयोग करने वाले हृदय रोगियों को लिखित निर्देश प्राप्त करने वालों रोगियों की तुलना में उनकी दवा लेने की अधिक संभावनाएं होती हैं। इस प्रकार एक ऐप के द्वारा स्वस्थ का ख्याल रख सकते है ट्विटर पर चल पढ़ा #PotterkiDiwali का ट्रेंड, फिर आप कौन से दिए खरीद रहे है ? दिवाली से पहले आसमान में हो रही ये प्राकर्तिक आतिशबाजी, इस दिन दिखेगा नज़ारा कूड़ा समझकर बाहर फेका , करोडो में निकली उसकी कीमत .................