वॉशिंगटन: आज के इस बदलते दौर में हर किसी को किसी न किसी चीज का शौक और कई लोगों को आदत होती है, जैसे कि नशे, धूम्रपान आदि चीजों का सेवन करना रोजमर्रा के काम में शामिल होता है. वहीं कई बार इन नशीले पदार्थ का सेवन करना जान के लिए हानिकारक भी होता है, तो आज हम इसी के बारें में जानते है कि क्या धूम्रपान करना सेहत के लिए अच्छा है या नहीं... धूमपान करने वाले फेफड़े के रोगी सचेत हो जाएं. ऐसे लोग कोरोना वायरस की चपेट में जल्द आ सकते हैं. अपने तरह के पहले अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि फेफड़ों के रोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से जूझ रहे लोग अगर धूमपान भी करते हैं तो ऐसे में कोरोना वायरस (कोविड-19) का उच्च खतरा हो सकता है. धूमपान करने वाले सीओपीडी रोगियों में एक एंजाइम का उच्च स्तर होता है, जो फेफड़ों में कोरोना के प्रवेश का रास्ता आसान कर सकता है. पहले भी एक अध्ययन से यह जाहिर हो चुका है कि एंजियोटेंसिन कंवर्टिग एंजाइम 2 (एसीई-2) फेफड़ों की कोशिकाओं की सतह पर रहता है. यह कोरोना के लिए प्रवेश स्थल के तौर पर काम करता है. वायरस कोशिकाओं में प्रवेश कर संक्रमण का कारण बनता है. यूरोपीय मीडिया रिपोर्ट्स में प्रकाशित नए अध्ययन के अनुसार, मौजूदा दौर में धूमपान करने वालों की तुलना में सिगरेट से तौबा कर चुके लोगों में एसीई-2 का निम्न स्तर पाया गया. एक साल के अंदर दुनिया का सबसे रईस देश होगा चीन, जानिए कैसे ट्रम्प के अनुरोध पर भारत ने भेजी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवाईयां एक तरफ बढ़ती जा रही कोरोना की मार दूसरी ओर चीन के हाल हुए बेहाल