नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश, देश और संसद में झूठ बोला। संसद में राहुल गांधी की झूठ को देशभर ने सुना। राहुल गांधी सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष माफी मांगते हैं और आज ढोंग कर रहे हैं। उन्होंने अपने बयानों से OBC वर्ग का तिरस्कार किया है। उक्त बातें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज मंगलवार (28 मार्च) को संसद के बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले कही है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी ने कहा है कि राहुल गांधी का टारगेट सिर्फ पीएम मोदी हैं। जबकि मोदी का टारगेट केवल और केवल देश का विकास है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि, राहुल गांधी ने 4 मई 2019 में एक साक्षात्कार में कहा था कि वो पीएम मोदी की छवि पर हमले करते रहेंगे, मगर राहुल, नरेंद्र मोदी के प्रति जनता के प्रेम को कम नहीं कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी का अपमान करते-करते पूरे OBC समाज अपमान करना भी राहुल गांधी ने उचित समझा। ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी के जीवन के एक ही लक्ष्य है, सिर्फ नरेंद्र मोदी की छवि को तार-तार करना। न तो उनको लोकतंत्र से कोई वास्ता है और न ही OBC समुदाय के प्रति राहुल गांधी कोई सम्मान रखते हैं। बंगला खाली करने के सवाल पर ईरानी ने कहा कि बंगला उनका नहीं है, बल्कि सरकारी है। युवा कांग्रेस की तरफ से की गई टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'शब्द राहुल गांधी के हैं, मगर संस्कार सोनिया गांधी हैं। बस जुबान युवा कांग्रेस की है। उन्होंने कहा कि, यह पहली बार नहीं है, जब युवा कांग्रेस ने अभद्र टिप्पणी की है। जब तक पार्टी में राहुल और सोनिया गांधी हैं, तब तक पार्टी का वो नेता जो अपना प्रमोशन चाहेगा, वो मुझपर इस तरह की टिप्पणियां करता रहेगा। बता दें कि, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के प्रति बेहद अपमानजनक टिप्पणी की थी। श्रीनिवास ने कहा था कि 'स्मृति ईरानी गंगूी-बहरी हो गईं हैं। उसी डायन को...महंगाई डायन को.. बेडरूम में बैठाने के लिए डार्लिंग बनाने का काम किया है।' 'वो दस्तावेज़ दिखाएं, जिसमे सावरकर ने माफ़ी मांगी हो..', राहुल गांधी को पोते रंजीत सावरकर का चैलेंज राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस, सांसदी जाने के बाद कांग्रेस नेता को एक और झटका कांग्रेस के आरोपों के बीच 'अडानी' की बड़ी जीत, Adani Power को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट!