दिल्ली: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर पिछले दिनों सोने की स्मगलिंग के आरोप में गिरफ्तार तुर्कमेनिस्तान के 28 पैसेंजर्स जिनमे 22 महिलाएं भी थीं से 17 किलो सोना जब्त किया गया था. गुप्तचरों से मिली सुचना के आधार पर कस्टम ने भरी मात्र में गोल्ड स्मगलिंग का भांडा फोड़ किया. मगर यह इतना आसान नहीं था सिर्फ सुचना के आधार पर सभी की तलाशी लिया जाना कह देने जितना सरल नहीं था. कस्टम अधिकारियों ने सूचना मिलने वाली दोनों फ्लाइट के तमाम यात्रियों की जांच कराने का फैसला लिया दो देशों के संबंध ख़राब हो जाने का खतरा था. संबंधित देशों के दूतावास को विश्वास में लेते हुए कस्टम अधिकारियों ने टर्किश एयरलाइंस की इन दोनों फ्लाइट में सवार तमाम यात्रियों की एक-एक करके जांच करने का फैसला किया. कस्टम अधिकारियों का कहना है कि देशभर में इस तरह से एकसाथ गोल्ड स्मगलिंग में गिरफ्तार 28 विदेशी यात्रियों का यह पहला मामला था. कस्टम अधिकारियों ने जांच से पहले यात्रियों को विकल्प दिया था कि अगर किसी के पास अतिरिक्त गोल्ड है तो ह इसे कस्टम के रेड चैनल पर डिक्लेयर कर सकता है. अगर यात्री ऐसा नहीं करते हैं तो फिर जब उनकी जांच की जाएगी और उसमें उनके पास गोल्ड पकड़ा गया तो इसे स्मगलिंग माना जाएगा. इस तरह से 28 यात्रियों की जब जांच की गई तो कोई गोल्ड का आधा से पौने किलोग्राम का कड़ा पहने था तो कोई आधा किलोग्राम की सोने की चेन पहने हुए था. इस तरह से इन सभी यात्रियों को स्पेशल डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) से भी गुजारा गया. इन 28 यात्रियों को पकड़े जाने के अगले दिन दो और यात्रियों को तीन किलोग्राम सोने की स्मगलिंग के साथ गिरफ्तार किया गया था. साइबर हमलों को रोकने चीन-पाक तैनात करेंगे महिला अधिकारी प्रदेश में अवैध कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया शुरू मुंहबोले भाई से करती थी प्रेम, परिजनों ने कर दी हत्या