नई दिल्ली : स्नैपचेट के सीईओ द्वारा भारत को गरीब देश कहे जाने वाले बयान के वायरल होने के बाद से ही कंपनी की तीखी आलोचना की जाने लगी थी, जिसके बाद सोमवार को इसके शेयर 1.5 फीसदी तक गिर गए. बाद में कम्पनी ने अपने बचाव में दिए बयान में कहा कि उन शब्दों को असंतुष्ट पूर्व कर्मचारी द्वारा लिखा गया था. हम भारत और दुनिया भर में हमारे स्नैपचैट समुदाय के लिए आभारी हैं. गौरतलब है कि पिछले बयान में बयान में स्नैपचेट के सीईओ ने कहा था कि भारत एक गरीब देश है और उनका ऐप अमीरों के लिए है. ट्विटर यूजर्स ने कंपनी के सीईओ के बयान के बाद बहिष्कार के हैश टैग के साथ सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की गई. यही नहीं लोगों ने स्नैपचेट को हटाने का ट्वीट करते हुए ऐप को डिलीट करने की बात भी कही. इसके बाद ऐप की रेटिंग पर भी असर पड़ा था. ऐप की रेटिंग वन स्टार तक आ गई थी. बता दें कि उस बयान का असर इस तरह पड़ा कि सोमवार को इसके शेयर भी 1.5 फीसदी तक गिर गए. बता दें कि कुछ दिन पहले यूएस बेस्ड मैगजीन ने कंपनी के पुराने कर्मचारी के हवाले से बताया था कि 2015 में स्नैपचेट के सीईओ इवान स्पीगल ने अपने ऐप को अमीरों के लिए बताया था और वो भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में इसका विस्तार नहीं करना चाहते. यह भी देखें स्नैपचैट के बयान पर हुआ स्नैपडील को नुकसान ! भारतीय हैकर्स ने स्नैपचेट के 17 लाख डाटा लीक किए