नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लाल किले में 15 अगस्त के जश्न की तैयारी पूरी कर ली गई है. लाल किले के भीतर की तस्वीर बदली हुई है. यहां महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल की बड़ी-बड़ी पेंटिंग लगी हुईं हैं. इसके साथ में सैटेलाइट इमेज और सेना के साहस को दिखाती हुई तस्वीरें भी नज़र आ रही हैं. 75वें स्वत्रंतता दिवस की थीम 'राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम' होगा. 26 जनवरी हिंसा के बाद अब दिल्ली पुलिस लालकिले की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. लिहाजा दिल्ली पुलिस सेंट्रल एजेंसी के साथ-साथ सेना की सहायता से लाल किला और उसके पास के इलाके से 15 अगस्त के लिए एक बड़ा सुरक्षा घेरा बना चुकी है. बता दें कि 26 जनवरी 2021 को हिंसक प्रदर्शनकारी जिस द्वार से लालकिले के भीतर दाखिल हुए थे, उस मेन गेट को पहली बार बड़े बड़े कंटेनर से ब्लॉक कर दिया गया है. यानी कोई भी व्यक्ति जबरन लाल किले में तमाम पुलिसकर्मियों को चकमा देते हुए मुख्य द्वार तक पहुंच भी गया, तो ये बड़े-बड़े कंटेनर उसके लिए सबसे बड़ी बाधा होंगे. अब ये कंटेनर एक ओर लाल किले का सुरक्षा कवच होंगे, तो वहीं इन्हीं कंटेनर में बड़ी-बड़ी पेंटिंग कर इन्हें सजा दिया गया है. भारत की तकनीकी ताकत को पेंटिंग के माध्यम से दर्शाया गया और साथ ही साथ महात्मा गांधी, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह और चंद्र शेखर बोस की पेंटिंग बनाई गई है. 15 अगस्त को लाल किले की सुरक्षा की जिम्मेदरी NSG, SPG, पैरामिलिट्री फोर्स के जवान और दिल्ली पुलिस के जिम्मे होगी. लगभग 40 हज़ार से अधिक सुरक्षाकर्मी 15 अगस्त को सुरक्षा में तैनात रहेंगे. लाल किले में और आस-पास इस बार पहले के मुकाबले एंटी ड्रोन सिस्टम की तादाद को बढ़ाकर 9 किया गया है. ये एन्टी ड्रोन किसी भी प्रकार के ड्रोन, पैराग्लाइडिंग वगैरह को मार गिराने में सक्षम हैं. NSG के कमांडो को लालकिले के आस-पास 30 पॉइंट पर तैनात किया जाएगा. लाल किले और उसके इर्द-गिर्द 15 लोकेशन पर स्नाइपर्स को तैनात किया जाएगा. अत्याधुनिक हथियारों से लैस होंगे, जो किसी भी आतंकी को देखते ही अपने सटीक निशाने से ढेर करने में सक्षम हैं. लालकिला और उसके पास 5 एयर डिफेंस गन को भी तैनात किया जाएगा. केरल फिन कॉर्प ने स्टार्टअप्स के लिए शुरू किया वित्तीय सहायता कार्यक्रम टीकाकरण प्रमाणपत्र दिखा-दिखाकर परेशान हुआ कॉमेडियन तो निकाला ये जुगाड़ गुलमर्ग में फहराया गया देश का सबसे ऊंचा तिरंगा