आपको बता दें, जंगली पशु बेहद ही दुर्लभ होते हैं. उन्हें बचाने के लिए कई तरीके भी अपनाये जाते हैं. शेर और बाघ की तरह ही हीम तेंदुआ भी बहुत दुर्लभ है और वह आसानी से क‍िसी को नजर नहीं आता. लेकिन ह‍िमालय में 12 हजार फीट की ऊंचाई पर नेलांग घाटी में नागा के पास भारत तिब्बत पुलिस सीमा के जवानों (हिमवीरों) ने हिम तेंदुआ को वीडियो में कैद किया है. इस बहुत ही कम होता है जब ऐसे पशु दिखाई देते हैं. बता दें, पार्क के कैमरा ट्रैप में भी नर हिम तेंदुआ, मादा हिम तेंदुआ और शवक भी नजर आए हैं. पार्क में हिम तेंदुआ की बढ़ती मौजूदगी से वन्यजीव प्रेमी खुश हैं. गंगोत्री नेशनल पार्क के भारत-तिब्बत सीमा के नागा सेक्टर पर आसानी से न दिखाई देने वाले दुर्लभ हिम तेंदुआ अपनी मस्ती में बॉर्डर की सड़क को पार करता नजर आ रहा है. तेंदुआ पहाड़ की खड़ी चट्टान पर चढ़ रहा है. ऐसे दृश्य कम ही देखने को मिलते हैं. वहीं एडवेंचर ओर पर्यावरण के जानकार जहां हिम तेंदुओं की उपस्थिति से उत्साहित है तो वहीं इस बात की भी चिंता है कि ऐसे दुर्लभ वाइल्ड लाइफ का इंसानों की बस्ती की ओर आना चिंताजनक है. बता दे, गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुआ, अरगली भेड़, भरल, भूरा भालू, सेराव, लाल लोमड़ी, कस्तुरी मृग, हिमालयी थार आदि वन्य जीव हैं. हिमालयी मोनाल, पहाड़ी राजालाल, हिमालयी गिद्ध, हिमालयी कुक्कट, हिमालयी तित्तर समेत कई पक्षी यहां प्रवास करते हैं. ऐसे ही केदारनाथ की पहाड़ी पर भी कुछ दिनों पहले बाघ को देखा गया था जिसे वन्य संरक्षक काफी खुश हुए थे. पाकिस्तान में 72 साल से बंद था शिव मंदिर, खुलते ही गूंजा हर-हर महादेव शर्त के चक्कर में छिपकली खा गया शख्स, फिर कभी भी...' 12 साल में भगवान शिव के इस मंदिर पर गिरती है बिजली, टूटने के बाद नजर आता है चमत्कार