नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकटकाल में भारत कई देशों के लिए संकटमोचक बनकर उभरा है. इन देशों को भारत अब तक आवश्यक सामानों से लेकर कोरोना वैक्सीन की सप्लाई कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत ने अलग-अलग देशों को 361.94 लाख कोरोना वैक्सीन भेजी है, जिसमें से 67.5 लाख खुराक अनुदान सहायता के रूप में और 294.44 लाख की आर्डर पर आपूर्ति की गई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया है कि देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति आने वाले हफ्तों और महीनों में चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगी, किन्तु यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के लिए घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखा जाए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने राजनयिक कोर के सभी सदस्यों और देश में स्थित उनके परिवारों को स्थानीय स्तर पर तैयार की गई वैक्सीन भी पेश की हैं, यह न सिर्फ देशों के राजनयिकों को बल्कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों और भारत में काम करने वाले अंतर सरकारी प्राधिकरणों को भी प्रदान किया गया है. बता दें कि भारत ने बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, श्रीलंका, बहरीन, ओमान, अफगानिस्तान, बारबाडोस और डोमिनिका जैसे देशों को तोहफे के रूप में एंटी-कोरोनावायरस वैक्सीन पहुंचाई है. जिन देशों को वाणिज्यिक आधार पर वैक्सीन भेजी गई हैं, उनमें ब्राजील, मोरक्को, बांग्लादेश, म्यांमार, मिस्र, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, कुवैत और संयुक्त अरब अमीरात का नाम शामिल हैं. WHO ने क्या कहा ? कई देशों को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन देने के कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तारीफ की है. WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस ने ट्वीट करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है, साथ ही कहा है कि भारत वैक्सीन को साझा करके 60 से अधिक देशों को उनके स्वास्थ्यकर्मियों अन्य प्राथमिकता समूहों का टीकाकरण शुरू करने में सहायता कर रही है, मुझे उम्मीद है कि अन्य देश आपके उदाहरण का अनुसरण करेंगे 32 रुपए का 'पेट्रोल' आप तक पहुँचने में कैसे हो जाता है 90 रुपए लीटर ? देखिए 'तेल' का अनोखा खेल रिलायंस की अगुआई में लगातार तीसरे दिन निफ्टी-सेंसेक्स में हुई बढ़त एयरबस ने स्काईवाइज पार्टनर प्रोग्राम के लिए एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज से की साझेदारी