'...ताकि मुसलमानों के टुकड़े हो...', इंजीनियर राशिद की जमानत पर बोले फारूक अब्दुल्ला

जम्मू: जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट से सांसद इंजीनियर राशिद फिलहाल अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं। दिल्ली की पटियाला अदालत ने आतंकी फंडिंग मामले में उन्हें 2 अक्टूबर 2024 तक अंतरिम जमानत दी है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने राशिद की जमानत पर महत्वपूर्ण बयान दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इंजीनियर राशिद को भाजपा ने छोड़ा है क्योंकि वह चाहते हैं कि मुसलमानों को बांट दिया जाए। भाजपा इस मामले में राशिद के साथ है। इंडियन एयरलाइंस C814 की हाइजैकिंग के चलते जिन आतंकियों को छोड़ा गया, आज वही आतंकवाद फैला रहे हैं। मैंने उस वक़्त भी कहा था कि आतंकियों को मत छोड़ो, किन्तु वे नहीं माने। हम आज इसका परिणाम देख रहे हैं। आगे क्या होगा, यह देखना होगा।

इंजीनियर राशिद पर निशाना साधते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जेल में बंद किसी गरीब व्यक्ति के माता-पिता को उससे मिलने की इजाजत नहीं है, किन्तु कुछ लोग जेल से चुनाव लड़ रहे हैं, पार्टियां बना रहे हैं, तथा उन्हें वाहन और सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। जब वे हमारे उम्मीदवार पर हमला करते हैं, तो पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती, जबकि चुनाव आयोग हमारे उम्मीदवार को नोटिस भेजता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि जेल से चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति किसकी तरफ है। उमर अब्दुल्ला ने भी इंजीनियर राशिद पर हमला बोलते हुए उन्हें भाजपा का सहयोगी बताया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि जेल में बंद सांसद इंजीनियर राशिद को कश्मीर के लोगों से वोट लेने के लिए जमानत दी गई है, न कि उनकी सेवा के लिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के पश्चात् इंजीनियर राशिद को तिहाड़ जेल वापस ले जाया जाएगा एवं उत्तरी कश्मीर के लोग एक बार फिर प्रतिनिधि विहीन हो जाएंगे।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती द्वारा इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी को बीजेपी का प्रॉक्सी बताने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस मुद्दे पर सतर्क हैं तथा यह अच्छा है कि महबूबा ने इसे सार्वजनिक रूप से कहा, जिससे बहुत से लोग सहमत हैं। बता दें कि दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने राशिद को आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करने की अनुमति दी है। हालांकि, उन्होंने तीन महीने के लिए अंतरिम जमानत मांगी थी और उनकी नियमित जमानत याचिका पर आदेश अभी लंबित है।

कौन हैं इंजीनियर राशिद?  इंजीनियर राशिद का असली नाम शेख अब्दुल राशिद है। वे जम्मू-कश्मीर अवामी इत्तेहाद पार्टी के संस्थापक हैं तथा जम्मू-कश्मीर के लंगेट निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2008 और 2014 में यहां जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाग लिया था लेकिन हार गए थे। राशिद ने जेल में रहते हुए लोकसभा चुनाव में बारामूला से जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को बड़े अंतर से हराया था। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा तथा जीत हासिल की। अब उनकी अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) आगामी जम्मू-कश्मीर चुनाव लड़ने जा रही है।

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