नई दिल्ली : पीएम मोदी की सोशल मीडिया पर सक्रियता से आप वाकिफ होंगे लेकिन आपको यह पता नहीं है कि पीएम की इस सक्रियता में पीएमओ भी मदद करता है .रोजाना सोशल मीडिया रिपोर्ट बनती है जिसे पीएम देखते हैं , फिर चाहे वह विदेश में क्यों हों . आपको बात दें कि इस रिपोर्ट में ट्वीट्स की सूची साथ होती है. जिस पर प्रधानमंत्री अपनी सहमति या असहमति प्रकट करते हैं. उसी आधार पर उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स अपडेट होते हैं.प्रधानमंत्री के विदेश में होने पर भी पीएमओ का स्टाफ उन्हें सोशल मीडिया रिपोर्ट दिखाता है .रिपोर्ट में ट्वीट किए जाने वाले कंटेंट के साथ देश में ज्वलंत मुद्दों पर सभी प्रमुख लोगों के बयान शामिल रहते हैं. मिली जानकारी के अनुसार पीएमओ रोज़ 125 से 175 ट्वीट कमेंट्स की सूची तैयार करता है. इसमें दलित, सांप्रदायिक विषयों से जुड़े मामलों पर आए बयानों का विवरण रखा जाता है. विदेश दौरे के समय वहां के प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने की फोटो को किस अखबार या चैनल ने तवज्जो दी इसकी भी रिपोर्ट बनी, वहीं मन की बात दिखाने और न दिखाने वाले चैनलों की भी पीएमओ ने रिपोर्ट तैयार की.लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि इसरिपोर्ट में बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों को शामिल नहीं किया गया है . यह रिपोर्ट करीब पांच सोशल मीडिया विशेषज्ञों द्वारा तैयार की जाती है.जिसे पीएम अवश्य पढ़ते हैं . यह भी देखें नायडू ने दी मोदी - शाह को चेतावनी मोदी की राजनीतिक ताकत से घबराया विपक्ष एक हुआ - स्मृति ईरानी